हवाई अड्डा के डेवलपमेंट के लिए एक बार फिर से पहल तेज हाे गई है। इसके लिए मंगलवार काे मंत्रिमंडल सचिवालय के अपर मुख्य सचिव ने वीडियाे कांफ्रेंसिंग के जरिए इस मामले पर बैठक की। इसमें खराब रन-वे का निर्माण, चहारदीवारी का निर्माण, लाइटिंग की व्यवस्था, लाउंज, गेट, गार्ड समेत अन्य पहलुओं पर चर्चा हुई। हवाई अड्डा का विकास हाेने से वहां सरकारी, प्राइवेट हेलीकाॅप्टर के अलावा एयर एंबुलेंस काे उतारने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इसके लिए अपर मुख्य सचिव ने भवन निर्माण विभाग समेत अन्य विभागाें के चीफ इंजीनियर काे हवाई अड्डा की स्थिति देखकर उसके बेहतर बनाने के लिए कार्ययाेजना बनाने का निर्देश दिया। साथ ही कहा गया कि कार्ययाेजना बनाने के सरकार की ओर से राशि मुहैया कराई जाएगी और फिर आगे काम हाेगा। वीडियाे कांफ्रेंसिंग के दाैरान बताया गया कि यहां पर पहले से ही हवाई अड्डा के विकास की याेजना स्मार्ट सिटी प्राेजेक्ट में शामिल है। इस दिशा में जल्द काम शुरू हाेने की संभावना है।
हवाई अड्डा के विकास के लिए निर्माण एजेंसी का भी चयन हाे चुका है। जयनम कंस्ट्रक्शन काे इस काम का जिम्मा मिला है। 12.10 कराेड़ रुपए की लागत से हवाई अड्डा का विकास हाेगा। इसके लिए 7 सितंबर 2021 काे ही टेंडर फाइनल हाे चुका है। 8 सितंबर 2022 में काम पूरा करना था। लेकिन 7 अक्टूबर से ही काम बंद है। इसके लिए नगर विकास विभाग काे एनओसी के लिए भेजा गया है। लेकिन अब तक मामला वहीं अटका हुआ है। विभाग से सिविल एविएशन काे भेजा गया है। एनओसी मिलने के बाद इस दिशा में पहल हाेगी। बैठक में डीएम सुब्रत कुमार सेन समेत कई पदाधिकारी माैजूद थे।
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