वारदात:ढाबा चलाने में हुआ विवाद ताे दाे भाइयाें काे शराब पार्टी दी, नशे में धुत हाेने पर गाेली मार कर दी हत्या

भागलपुर2 वर्ष पहले
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दो भाइयों की हत्या के बाद नाथनगर में घटनास्थल पर पुलिस। - Dainik Bhaskar
दो भाइयों की हत्या के बाद नाथनगर में घटनास्थल पर पुलिस।

मधुसूदनपुर के किशनपुर गांव के पास बाइपास किनारे बुधवार शाम पौने 4 बजे महाकाल ढाबा में पार्टनर से हुए विवाद में दो भाइयों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतकों में गोविंद यादव (20 वर्ष) और उसका छोटा भाई राम कुमार यादव (17 वर्ष) शामिल हैं। दोनों किशनपुर गांव के रहने वाले थे और गांव के विक्रम यादव के साथ मिलकर बाइपास किनारे सरकारी जमीन पर महाकाल ढाबा चलाते थे।

दोनों भाइयों को सटा कर सिर में गोली मारी गई है। परिजन दोनों को मायागंज अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतकों का छोटा भाई गुलशन पूरी वारदात का चश्मदीद है। उसके सामने ही उसके दोनों बड़े भाइयों की हत्या हुई है। घटना से गांव में तनाव है और दोनों पक्षों में टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। इसे लेकर गांव में पुलिस बलों की तैनाती कर दी गई है।

जानकारी के अनुसार पार्टनशिप विवाद के बीच अवैध शराब का धंधा भी हत्या का कारण बना है। ढाबा में अवैध शराब का धंधा भी चल रहा था। मंगलवार की रात अमडंडा थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक कार से भारी मात्रा में शराब पकड़ी थी। उक्त शराब हत्याकांड में शामिल आरोपियों की ही थी। आरोपियाें काे शक था कि गोविंद और राम कुमार यादव ने ही रेकी कर शराब पकड़वायी है। इससे विवाद और गहरा गया। आक्रोश में आरोपी पक्ष ने समझौते के लिए दोनों भाइयों को होटल पर बुलाया था। वहां अंडरग्राउंड तल्ले पर शराब पार्टी की। नशे में धुत होने के बाद दोनों भाई ऊपर आकर चौकी पर जैसे ही लेटे, बदमाशाें ने सिर में सटाकर गाेली मार दी।

दिन में हुई थी पंचायत, 90 हजार रुपए देने थे, शाम में सामान लेने बुलाया और दोनों भाई को मार दी गोली

मेरे दोनों बड़े भाई और गांव का विक्रम यादव व उसका चाचा मिलकर बाइपास किनारे सरकारी जमीन पर ढाबा चलाते थे। मेरी बहन की शादी होने के कारण मेरे दोनों भाई उस बिजनेस से अलग हो गए थे। 15 दिन पहले बहन की शादी हुई। ढाबा खाेलने में आई लागत को लेकर विक्रम और उसके चाचा से विवाद होने लगा। इस बात को लेकर बुधवार सुबह में विक्रम व उसके चाचा के साथ पंचायती हुई थी। तय हुआ था कि 90 हजार हमलोगों को देना है। इसी बीच विक्रम ने शाम में यह कहकर बुलाया कि हिसाब हो गया है, ढाबे का सामान आकर ले जाओ।

दोनों बड़े भाइयों के साथ सामान लाने के लिए गया था। उस समय नीचे विक्रम के लोग बैठ कर शराब पी रहे थे। जबकि विक्रम ऊपर के कमरे में था। तभी विक्रम आया और बिना कुछ कहे सुने दोनों भाइयों को सिर में सटाकर गोली मार दी। होटल में बैठ कर शराब पी रहे लोगों ने विक्रम की हत्या में सहयोग किया। वारदात के सारे लोग होटल से फरार हो गए। खून से लथपथ दोनों भाइयों को अन्य परिजनों के सहयोग से इलाज को मायागंज अस्पताल लाया, जहां दोनों की मौत हो गई।

शराब जब्त करने के बाद और गहराया विवाद समझाैते के बहाने ढाबे पर बुला मारी गाेली
मअमडंडा पुलिस ने एक दिन पहले पकड़ी थी शराब, आराेपियाें काे हाे गया रेकी का शक धुसूदनपुर के किशनपुर गांव के पास बाइपास किनारे बुधवार शाम महाकाल ढाबा में पार्टनर से हुए विवाद में दो भाइयों की हत्या की एक वजह शराब का अवैध काराेबार भी है। किशनपुर के गोविंद यादव (20) और उसका छोटा भाई राम कुमार यादव (17) गांव के ही विक्रम यादव के साथ मिलकर महाकाल ढाबा चलाते थे। ढाबे की अाड़ में वहां शराब का भी धंधा हाेता था। जब पार्टनरशिप का विवाद आगे बढ़ा ताे शराब के धंधे ने इसे और आगे बढ़ा दिया। सूत्रों से जानकारी के अनुसार मंगलवार की रात अमडंडा थाना क्षेत्र में एक कार से पुलिस ने भारी

मात्रा में शराब पकड़ी थी। यह शराब हत्याकांड में शामिल आरोपियों की थी। शराब पकड़े जाने के बाद आरोपितों को शक हाे गया कि गोविंद और रामकुमार यादव ने ही रेकी कर शराब पकड़वायी है। इससे दोनों के बीच पार्टनरशिप को लेकर चल रहा विवाद अाैर गहरा गया। इसी आक्रोश में आरोपी पक्ष ने पार्टनरशिप के विवाद के समझौते के लिये दोनों भाई को होटल पर बुलाया था। हत्या के पूर्व ढाबे के अंडरग्राउंड तल में सभी ने मिलकर शराब पार्टी की। नशे में धुत होने के बाद दोनों भाई ऊपर आकर चौकी पर लेटे। इसी बीच बदमाशाें ने उनपर गोली बरसा दी।

घटना में आठ थे शामिल, चार कर रहे थे रेकी
बताया जा रहा कि बदमाशों की संख्या 8 थी। दो बदमाश गोली मार रहे थे तो दो खोखा चुन रहे थे। 4 बाहर खड़ा होकर रेकी कर रहे थे। शराबबंदी के बाद भी दोनों पार्टनर के संयुक्त प्रयास से अवैध शराब का धंधा तेजी से फल-फूल रहा था। दोनों ने साझेदारी में ढाबा खोला था। 10-15 दिन पूर्व कारोबार को लेकर अनबन हो गई और फिर दोनों में बातचीत बंद हो गई। अवैध शराब का धंधा मंदा पड़ने के कारण दोनों पक्ष समझौते को राजी हुए थे। बुधवार को मृतक पक्ष को आरोपितों ने ढाबा पर बुलवाया। दोनों पक्षों में समझौता हुआ और ढाबा का सारा समान खाली करने के बाद सभी ने मिलकर ढाबा के नीचे शराब पार्टी की।

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