लाॅकडाउन में ढील के बाद शहर की हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ा है। इसमें पर्टिकुलेट मैटर यानी पीएम 2.5 की मात्रा चार गुना तक बढ़ गई है। इससे बच्चाें, बूढ़ाें और सांस में तकलीफ वाले सेंसेटिव लाेगाें काे परेशानी बढ़ सकती है। शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स बुधवार काे 80 दर्ज किया गया। लाॅकडाउन के दाैरान ये 68 तक पहुंच गया था। मानक के अनुसार अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स 50 तक हाे ताे हवा सबसे शुद्ध मानी जाती है।
5 मई से 12 जून तक लाॅकडाउन के दाैरान शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार 70 से नीचे आ गया था। उस दाैरान गाड़ियाें की आवाजाही कम थी। बारिश हाेने का भी असर हुआ था। बारिश की बूंदाें के साथ हवा में माैजूद छाेटे कण जमीन पर बैठ जाते हैं। इससे भी प्रदूषण कम हाेता है। इस समय लाॅकडाउन में ढील से गाड़ियाें की आवाजाही बढ़ गई है। बारिश का सिलसिला भी थम गया है। इससे हवा में धूलकण की संख्या में बढाेतरी हुई है।
पिछले साल अप्रैल से अक्टूबर तक बेहतर थी हवा की क्वालिटी
माैसम वैज्ञानिक डाॅ. वीरेंद्र ने बताया कि शहर में बीते वर्ष भी लाॅकडाउन के समय वायु प्रदूषण का स्तर कम हुआ था। बीते वर्ष अप्रैल से लेकर अक्टूबर तक शहर में हवा की क्वालिटी बेहतर थी। हालांकि नवंबर से प्रदूषण का स्तर बढ़ना शुरू हाे गया था। वैज्ञानिक एसके पटेल ने कहा कि फिलहाल हवा की क्वालिटी पहले से काफी खराब हुई है। पीएम 2.5 मानक से चार गुना अधिक है। पीएम 10 मानक से दाे गुना अधिक है। गया की हवा भागलपुर से बेहतर है। हालांकि पटना और मुजफ्फरपुर के मुकाबले भागलपुर की हवा की क्वालिटी बेहतर है। बुधवार काे मुजफ्फरपुर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 91 और गया का एयर क्वालिटी इंडेक्स 45 दर्ज किया गया। पटना का एयर क्वालिटी इंडेक्स 81 दर्ज किया गया।
ये है मानक : पीएम हवा में मौजूद ठोस कणों और तरल बूंदों के मिश्रण हैं। ये कण इतने छोटे होते हैं कि इन्हें नग्न आंखों से नहीं देखा जा सकता है। पीएम 2.5 बेहद बेहद सूक्षम कण हैं। पीएम 10 भी सूक्षम कण हैं लेकिन ये 2.5 के मुकाबले बड़े हाेते हैं। पीएम 2.5 का आकार 2.5 माइक्रोमीटर होता है। एयर क्वालिटी इंडेक्स के अनुसार पीएम 2.5 में 60 माइक्राे ग्राम प्रति घनमीटर की हवा शुद्ध मानी गई है। पीएम 10 में 100 माइक्राे ग्राम प्रति घनमीटर की हवा शुद्ध बताई गई है। वर्तमान में शहर में हवा में पीएम 2:5 की मात्रा 240 माइक्राे ग्राम प्रति घनमीटर और पीएम 10 की मात्रा 200 माइक्राे ग्राम प्रति घनमीटर है।
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