BPSC पेपर लीक मामले में EOU ने रविवार को 4 और आरोपियों को अरेस्ट किया है। इन पर सोशल मीडिया द्वारा पेपर भेजने का आरोप है। गिरफ्तार 4 लोगों में पहला नाम कृष्ण मोहन सिंह (41 साल) का है। यह वैशाली के राजापाकड़ का रहने वाला है। मामले में पकड़े गए दूसरे व्यक्ति का नाम राजेश कुमार है। 39 साल का राजेश भागलपुर के सजौर थाना के तहत जगरनथापुर का रहने वाला है। तीसरे व्यक्ति का नाम निशिकांत कुमार राय (33) है। यह सीवान में गोरियाकोठी के दुधरा का रहने वाला है। चौथा व्यक्ति सुधीर कुमार औरंगाबाद के अम्बा थाना के झखरी का रहने वाला है। आगे जानते हैं, इन सबकी क्या है कहानी...
भागलपुर का राजेश पर बैंकिंग परीक्षाओं में सेटिंग कराने का लगा था आरोप
कृषि विभाग (विकास भवन, पटना) में सहायक राजेश पहले से ही शातिर था। उसके घर के आसपास के लोग कुछ बताने से कतरा रहे हैं। इससे उसके रसूख का पता चलता है, लेकिन कुछ लोगों ने बताया कि राजेश साल 2018 में सचिवालय में नौकरी लगने से पहले भी ठगी कर चुका है। बैंकिंग में नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से रुपए ठगने का आरोप है। उसके घर पर नेताओं का भी आना जाना था।
राजेश का पूरा परिवार भागलपुर और पटना में रहता है। राजेश के पिता अर्जुन सिंह भी करोड़ों की जायदाद के मालिक हैं। जानकारों की मानें तो भागलपुर शहर में करोड़ों की जमीन भी है। राजेश के पिता पर भागलपुर में हत्या का मुकदमा दर्ज है। राजेश तीन भाइयों में सबसे बड़ा है। छह साल पहले भागलपुर शहर के खंजरपुर स्थित एक लॉज से बैंकिंग परीक्षाओं में सेंटिंग कराने का आरोप लगा था। मामले में कई लोग अरेस्ट हुए थे, लेकिन राजेश बच गया था।
सीवान के निशिकांत ने 2 बार दिया है UPSC का मेंस, परिवार बता रहा राजनीतिक साजिश
सीवान के गोरेयाकोठी के दुधरा गांव निवासी भोला राय का 33 वर्षीय पुत्र निशिकांत कुमार राय की गिरफ्तारी क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है। गांव पर रह रहे निशिकांत के चाचा राघव राय ने बताया कि साल 2021 के मई में रोहतास जिला के रहने वाले अशोक यादव की पुत्री प्रियंका कुमारी के साथ उसकी शादी हुई थी। बीते दिन पहले 10 मई की रात निशिकांत के मोबाइल पर पुलिस अधिकारियों द्वारा एक मैसेज आया था। इसमें उसको मिलने के लिए कार्यालय में आने की बात कही गई थी।
10 मई की रात तकरीबन 7:30 बजे पटना के जगदेव पथ में रह कर पढ़ाई कर रहे निशिकांत अधिकारियों से मिलने पहुंचा था। इसके बाद उससे पूछताछ के दौरान हिरासत में ले लिया गया। उसका मोबाइल स्विच ऑफ आने के बाद परिवार के लोग काफी चिंतित हो गए थे। इसके बाद उनके चाचा राघव राय ने रूपसपुर थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाने पहुंचे थे। तब निशिकांत के बारे में उनको जानकारी हुई। फिर उसकी पत्नी और ससुर भी मिलने पहुंचे थे।
छपरा के राजेंद्र कॉलेज और DU से हुई है पढ़ाई
छपरा के राजेंद्र कॉलेज से बीए और पीजी की पढ़ाई के बाद साल 2012 में निशिकांत दिल्ली चला गया। दिल्ली विश्वविद्यालय से डबल एमए किया। परिजनों ने बताया कि वह यूपीएससी की तैयारी करता था, जिसके बाद दो बार मेंस का परीक्षा भी दे चुका है। थोड़े-थोड़े नंबरों की वजह से उसका परीक्षा क्लियर नहीं हो पाया था। फिलहाल बीपीएससी परीक्षा का फॉर्म भरने के बाद जगदेव पथ के एक किराए के मकान में रहकर तैयारी कर रहा था।
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