पूर्णिया पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में आज कुल 20 मामलों की सुनवाई की गई। इसमें 6 मामलों को निष्पादित किया गया। दो मामले में पति पत्नी को समझा-बुझाकर उनका घर फिर से बसा दिया गया और 4 मामलों में पुलिस अथवा न्यायालय की शरण लेने का सुझाव दिया गया।
एक मामला ऐसा आया जिसे देखकर सभी अचंभित हो गए। मामला भागलपुर जिला खरीक बाजार नागर टोला से आया। इसमें पूर्णिया के धमदाहा के एक शख्स पर आरोप लगाया गया कि शादी में नगद, फर्नीचर, कपड़ा इत्यादि देने के बावजूद भी पति द्वारा मोटरसाइकिल की मांग की जा रही थी। दहेज नहीं देने पर पत्नी को प्रताड़ित किया गया और डेढ़ वर्ष पहले मारपीट कर भगा दिया गया।
लेकिन पति ने कहा कि पत्नी गुटखा खाती है, मना करने पर भी खाना बंद नहीं करती है। इस कारण से एक-दो थप्पड़ मार दिया और वह नाराज होकर मायके चली गई। इसपर केंद्र ने पत्नी को गुटखा नहीं खाने की सलाह दी। वहीं पति को मारपीट नहीं करने और मोटरसाइकिल नहीं मांगने की हिदायत दी गई।
दोनों ने केंद्र को विश्वास दिलाया कि भविष्य में कभी कोई शिकायत का मौका नहीं देंगे। फिर दोनों खुशी-खुशी केंद्र से विदा हो गए। मामलों को सुलझाने में केंद्र के सदस्य दिलीप कुमार दीपक, स्वाति वैश्यंत्री, रविंद्र शाह, प्रमोद जायसवाल एवं कार्यालय सहायक नारायण गुप्ता ने मदद की।
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