पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री सह वित्तमंत्री द्वारा सोमवार को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए पेश किए गए बजट पर मिली जुली प्रतिक्रिया आई है। एनडीए के घटक दलों के नेताओं ने जहां प्रस्तावित बजट को आत्मनिर्भर बिहार का नींव कहकर स्वागत किया है, वहीं विपक्ष के नेताओं ने इसे झूठ का पुलिंदा बताया है। बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार सरकार के कला -संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री डॉ. आलोक रंजन ने कहा कि यह बजट जनकल्याण, रोजगार, स्वास्थ्य तथा उद्यमिता विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। पूर्व विधायक किशोर कुमार ने बजट को कागजी करार देते हुए कहा कि इससे बिहार की आम जनता को कोई लाभ नहीं मिलने वाला है। किसानों का बजट कम कर दिया गया है। शिक्षा में बजट अधिक है, लेकिन आधारभूत संरचना और शैक्षणिक वातावरण कैसे बने, इसकी कोई चर्चा नहीं की गई है। भारतीय जनता पार्टी व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक डॉ. शशिशेखर झा ने कहा कि वित्त मंत्री द्वारा बजट में आत्मनिर्भर बिहार बनाने की नींव रखी गई है। बजट में गांव, गरीब, किसान, मध्यवर्ग सहित समाज के सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखा गया है। जिला जदयू प्रवक्ता डॉ. लुतफुल्लाह ने कहा कि बजट पूरी तरह से संतुलित है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में विकास दर डबल डिजीट में रहा है। राजद के नगर अध्यक्ष ई कौशल यादव ने बजट को झूठ का पुलिंदा बताते हुए कहा कि इसमें बिहार वासियों के लिए कुछ भी नया नहीं है। बजट में रोजगार देने के संबंध में कोई बात नहीं की गई है जबकि सरकार बनने से पहले 20 लाख रोजगार देने की बात कही गई थी। कांगेस नेता विमलकांत झा ने कहा कि यह बजट बहुत ही निराशाजनक है।
पॉजिटिव- आज आप बहुत ही शांतिपूर्ण तरीके से अपने काम संपन्न करने में सक्षम रहेंगे। सभी का सहयोग रहेगा। सरकारी कार्यों में सफलता मिलेगी। घर के बड़े बुजुर्गों का मार्गदर्शन आपके लिए सुकून दायक रहेगा। न...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.