आरा सदर अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में अचानक शार्ट सर्किट के कारण आग लग गई। आग के लगते ही एसएनसीयू वार्ड में भर्ती बच्चों के परिजन एवं स्वास्थ्य कर्मियों के बीच हड़कंप मच गई।
देखते ही देखते आग लगने के कारण एसएनसीयू वार्ड में पूरा धुआं-धुआं हो गया। जिसके बाद वार्ड में भर्ती बच्चे के परिजन अपने अपने बच्चों को लेकर बाहर भागने लगे। एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कई बच्चे के परिजन अपने बच्चे को गोद में लेकर बाहर खड़े दिखे।
वहीं एसएनसीयू वार्ड इंचार्ज एवं मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों की सूझबूझ से फायर एसटिंगेश्वर की मदद से आग पर काबू पाया गया। हालांकि इस घटना से किसी प्रकार की कोई हताहत नहीं हुई और वार्ड में भर्ती सभी बच्चे भी सुरक्षित है।
घटना की सूचना मिलते ही सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ.अरुण कुमार,अस्पताल प्रबंधक कौशल कुमार दुबे फौरन एसएनसीयू वार्ड पहुंचे और घटना की जानकारी ली।
वहीं प्रभारी अधीक्षक डॉ.अरुण कुमार, प्रबंधक कौशल कुमार दुबे एवं वहां मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा ताबड़तोड़ एसएनसीयू वार्ड मे लगे सभी खिड़कियों को खोला गया ताकि आग लगने से जो पूरे वार्ड में धुआं भर गया था वह बाहर निकल जाए।
कुछ देर बाद वार्ड में स्थिति बिल्कुल सामान्य हो पाई। इस मामले में सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ.अरुण कुमार ने बताया कि एसएनसीयू वार्ड के इंचार्ज सैयद अमन हुसैन द्वारा फोन से यह सूचना दी गई कि शार्ट सर्किट के कारण एसएनसीयू वार्ड में आग लग गई है।
जिसके बाद मैंने फौरन अस्पताल प्रबंधक और यहां की सिक्योरिटी गार्ड के इंचार्ज को फोन किया और हमलोग यहां पहुंचे। यहां के वार्ड इंचार्ज एवं मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा फायर एसटिंगेश्वर की मदद से आग पर पाक काबू पा लिया गया है।
लेकिन यहां के इंचार्ज एवं अन्य कर्मियों ने एक बहुत अच्छा काम किया कि आग बुझने का वेट ना करके सभी बच्चों को परिजनों द्वारा बाहर निकाल दिया। इसमें कुल 30 बच्चे एडमिट थे। जिसमें 8 बच्चे 800 एवं 900 ग्राम के थे जिनकी हालत काफी सीरियस है। उन्हें यहां मौजूद चिकित्सक द्वारा हायर सेंटर रेफर करने के लिए कह दिया गया है। साथ ही वार्ड में भरे एयर एवं धुआं जैसे ही बाहर निकल जाएगा उसके बाद सभी बच्चों को दोबारा यहां एडमिट कर दिया जाएगा।
वहीं दूसरी ओर वार्ड इंचार्ज सैयद अहमद हुसैन ने बताया की हम सभी लोग अपनी ड्यूटी कर रहे थे। तभी अचानक आग लग गई। इसमें कुल 27 बच्चे एडमिट है जिनमें 7 बच्चे काफी सीरियस है।जिन्हें पटना पीएमसीएच,एनएमसीएच एवं हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है और कुछ बच्चे को यहां पर आसपास के निजी अस्पतालों में भेजा गया है। फायर एसटिंगेश्वर की मदद से आग पर काबू पा लिया गया है। किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है। सभी बच्चों को रेस्क्यू कर लिया गया है और अभी स्थिति सामान्य है।
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