पंद्रह सूत्री मांगों को लेकर बिहार राज्य दफादार चौकीदार संघ ने सोमवार को किला मैदान से एक विशाल प्रदर्शन करते हुए पुलिस चौकी, ज्योति चौक, अंबेडकर चौक होते हुए कवलदह पार्क पहुंचकर धरना में तब्दील हो गया। जिसका नेतृत्व राष्ट्रीय महासचिव डॉ संत सिंह ने किया। जबकि अध्यक्षता जीतू सिंह ने किया। धरना प्रदर्शन के दौरान अतिथि के रूप में राज्य उपाध्यक्ष रामविलास पासवान एवं जिला अध्यक्ष मिथिलेश कुमार ठाकुर मौजूद रहे।धरना को संबोधित करते हुए डॉ संत सिंह ने कहा कि दफादार चौकीदार की बढ़ रही हत्या एक चिंता का विषय है।
इनसे डाक, बैंक, सड़क एवं कैदी एस्कॉर्ट ड्यूटी बंद कराने की मांग करते हुए कहा कि बीट से बाहर ड्यूटी देने के कारण खगड़िया जिला के चौकीदार जगनारायण पासवान, मधेपुरा जिला के गुरुदेव पासवान, पटना के चौकीदार धर्मेंद्र पासवान, बेगूसराय के घुरन महतो की हत्या कर दी गई। जिससे चौकीदार दफादारों में दहशत का माहौल कायम है।
इसे अविलंब बंद कराने का मांग किया गया। वही बक्सर जिला में गलत ड्यूटी जैसे थाना पहरा के कारण अजय पासवान को निलंबित कर दिया गया है तथा कृष्णा यादव पर एफआईआर दर्ज किया गया है। इसका घोर भर्त्सना करते हैं। वर्ष 1990 से 5मार्च 2014 के बीच सेवानिवृत्त दफादार चौकीदार के शेष बचे आश्रितों को बहाल करने का मांग किया।
राज्य उपाध्यक्ष रामविलास पासवान ने अपने संबोधन में कहा कि 32 वर्ष बाद भी चौकीदारों व दफादारों को एसीपी एवं एमएसीपी का लाभ नहीं मिला है। जिसे अविलंब दिया जाए। राज्य कार्यकारी अध्यक्ष जीतू सिंह ने कहा कि सरकार के बालू नीति एवं शराब नीति के चलते बिहार के पूरे दफादार चौकीदार असुरक्षित हैं। सरकार इसमें बदलाव लाएं। जिलाध्यक्ष मिथिलेश कुमार सिंह ने 6 दिसंबर 2022 को पटना में आयोजित धरना प्रदर्शन को सफल बनाने का आह्वान किया।
वही धरना को रोहतास जिला सचिव राजेंद्र रसिक, कैमूर जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र पासवान, नथुनी पासवान, लक्ष्मी यादव, दीप नारायण यादव, रंगलाल पासवान, सुशील कुमार सिंह, बनवारी यादव, रामाशीष यादव, रंजीत सिंह, सुदामा पासवान, श्यामबिहारी यादव, लालबाबू पासवान, लाल बहादुर राम, धर्मचंद यादव, बबन कमकर, सुदर्शन यादव, इकबाल अंसारी, संतोष कुमार सिंह, मदन यादव, गुलाबचंद यादव, गुलाब पासवान गुलाबचंद यादव, मंदिर यादव आदि ने संबोधित किया।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.