22 मार्च से शुरू होगा चैत्र नवरात्र:नाव पर होगा मां का आगमन, विदाई हाथी पर होगी, अच्छी बारिश के संकेत

बक्सर11 दिन पहले
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इस वर्ष चैत्र नवरात्र आगामी 22 मार्च से शुरू हो जाएगा। चैत्र नवरात्र की तैयारी जिले में शुरू हो गयी है। मंदिर का साफ सफाई के साथ रंग -रोगन भी शुरू किया गया है। वहीं 30 मार्च को भगवान श्री राम का जन्मदिन मनाया जाएगा। इस दिन शोभायात्रा को लेकर तैयारी तेज कर दी गई है। प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा आदि की रूप-रेखा तैयार की जा रही है। बता दें कि शारदीय नवरात्र की तरह वासंतिक या चैती नवरात्र के अवसर पर मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा होती है।

नाव पर हो रहा मां का आगमन

बता दें कि मां अपने नौ रूप में भक्तों के घर आती हैं। हर बार उनका वाहन भी अलग होता है। धनसोई निवासी ज्योतिषाचार्य डॉ रामशब्द पांडेय ने बताया कि 22 मार्च को कलश स्थापना के साथ नौ दिवसीय चैती नवरात्र शुरू होगा। इस नवरात्र में माता का आगमन नाव पर हो रहा है। जो अत्यंत ही शुभ है। वहीं देवी मां की विदाई हाथी पर होगी। माता रानी के हाथी पर वापस लौटने के कारण इस वर्ष अधिक बारिश का संयोग बन रहा है।

यह किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। आचार्य पं विनोद मिश्र शास्त्री ने बताया कि इस वर्ष नवरात्र का आरंभ पंचक में हो रहा है। लेकिन मां दुर्गा के पूजन से पंचक का कोई नकारात्मक प्रभाव श्रद्धालुओं व भक्तों पर नहीं पड़ेगा। मां दुर्गा को सुख और समृद्धि की देवी कहा जाता है। नवरात्रि के दौरान व्रत रखने और पूरी श्रद्धा से मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करने मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

घट स्थापन का शुभ मुहूर्त

विद्वानों के अनुसार 22 मार्च को प्रतिपदा तिथि सुबह 8 बजकर 20 मिनट तक है। ऐसे में 8 बजे से पहले ही घट स्थापन करना श्रेयस्कर होगा। इस दिन मुहूर्त सुबह 06 बजकर 29 मिनट से सुबह 07 बजकर 39 मिनट तक है। लगभग 01 घण्टा 10 मिनट तक शुभ मुहूर्त है।

मां के इन स्वरूपों की होगी आराधना

▪︎22 मार्च - प्रतिपदा शैलपुत्री

▪︎23 मार्च - द्वितीया ब्रह्मचारिणी

▪︎24 मार्च - तृतीया चंद्रघंटा

▪︎25 मार्च - चतुर्थी कुष्मांडा

▪︎26 मार्च - पंचमी स्कंदमाता

▪︎27 मार्च - षष्ठी कात्यायनी

▪︎28 मार्च - सप्तमी कालरात्रि

▪︎29 मार्च - अष्टमी महागौरी

▪︎30 मार्च - नवमी सिद्धिदात्री

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