बक्सर में शुक्रवार देर रात तेज हवा और गरज के साथ हुई बारिश ने किसानों को नुकसान पहुंचाया है। तैयार दलहनी और तिलहनी फसलो को काट कर किसान खलिहानों में इकट्ठा किये थे। जिसे शनिवार की सुबह में धूप निकलते ही उच्च स्थानों पर रख फैलाकर सुखाने के लिए बचाने के प्रयास में जुटे है।
वहीं बेमौसम इस बारिश से ईंट भट्ठा संचालको को भी काफी नुकसान हुआ है। कच्चे ईंट पानी मे बह कर बर्बाद हो गए है। इससे लाखों का नुकसान होने की बात कह रहे है। हवा के तेज झोंके की वजह से गेहूं की फसल भी अच्छी खासी प्रभावित हुई है। रबी की दलहनी और तेलहनी की फसलें खेतों से खलिहान में आ गई थी वह बर्बाद होने लगी है।रात दो घण्टे तक गरज और तेज हवा के साथ बारिश किसानों पर आफत बनकर बरसी है।इस बारिश से कई जगह जलजमाव की भी समस्या उत्पन्न हो गई है।
किसानों ने कहा यह बारिश अगर जनवरी महीने में होती तो किसानों को इसका भरपूर लाभ मिलता।लेकिन मार्च महीने में बे मौसम तेज हवा की वजह से बारिश ने खेतों में गेहूं की फसल पसर गई है। इससे किसानों को आर्थिक नुकसान हुआ है। ऐसे में बारिश होने से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ खींची गई है। पिछले दिनों हुई बारिश के बाद जो बचा खुचा कसर था वह इस बारिश ने पूरा कर दिया है।खेतों में लहलहाती दलहनी व तेलहनी फसल को देख किसान काफी खुश नजर आ रहे थे।लेकिन किसानों के अरमानों पर बारिश ने पूरी तरह से पानी फेर दिया।
ईंट भट्टा संचालक राजा हरिश्चन्द्र पाण्डेय का कहना है कि यदि ईंट भटठे में पक जाती तो बारिश की मार भी सहन कर लेतीं,लेकिन शुक्रवार को हुई तेज बारिश से कच्ची मिट्टी को भारी नुकसान पहुंचा है।ईंट भट्ठा संचालकों के मुताबिक वे बारसात खत्म होने के बाद दिसंबर से जून तक ईंट बनाने का काम करते हैं। इस समय ईंट बनाने का काम जोरों पर था।कच्ची ईंट सांचों में ढलाकर तैयार की गई थी। इसी बीच तेज बारिश से भारी नुकसान हुआ है।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.