दरभंगा मेडिकल कालेज, अस्पताल (डीएमसीएच) के तीन विभागों के फेब्रिकेटेड भवन नहीं बनने के कारण अध्ययनरत छात्र-छात्राएं परेशान हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के लिए चिह्नित जमीन से डीएमसीएच के पुराने भवनों को हटाया जाना है।
एम्स के निर्माण के लिए उपलब्ध कराई गई डीएमसीएच की 75 एकड़ जमीन को खाली कराने की डेडलाइन 20 जून को समाप्त होने वाली है। बावजूद इसके जमीन को खाली कराने में अभी भी अस्पताल प्रशासन असमर्थ हैं। आवंटित जमीन पर बने कई भवनों को अभी तक खाली नहीं कराया जा सका है।
इस कड़ी में यहां के एनाटोमी, फिजियोलाजी और बायोकेमिस्ट्री विभाग के भवन को खाली कराया जाना है। इस बीच परिसर से सटे इलाकों में मिट्टी भराई का भी काम शुरू हो गया है। नतीजतन धूल व अन्य समस्याओं के कारण पुराने भवन में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही है। इस बीच इन तीन विभागों के लिए नए फेब्रिकेटेड भवन का निर्माण कार्य शुरू भी नहीं किया जा सका है।
कॉलेज के तीन विभागों के अलावा बैंक, पोस्ट ऑफिस, पीएचईडी कार्यालय व कॉलोनी और डॉक्टर्स क्वार्टर को खाली करने के लिए पिछले दिनों डीएम की अध्यक्षता में हुई बैठक में डेडलाइन तय किया गया था। पोस्ट ऑफिस और एनसीसी कार्यालय को शिफ्ट करने के लिए पीडब्ल्यूडी का पुराना गेस्ट हाउस आवंटित किया गया था। अभी तक शिफ्टिंग का काम शुरू नहीं हो सका है।
जमीन के ऊपर से दौड़ रहे ओवरहेड तारों को हटाने में भी हफ्तों का वक्त लग सकता है। मलिन बस्ती में रहने वालों को भी अभी तक वहां से शिफ्ट नहीं कराया जा सका है। कालेज के जर्जर परीक्षा भवन में रखे गए उपकरण और दूसरे कार्य स्थल परिसर से वाहनों को नहीं हटाया गया ।इसकी सूचना इंजीनियर ने डीएम को दी।
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