नशा मुक्त बिहार तथा बालिका शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षाविद तथा मिथिलांचल में नीतीश कुमार एवं समता पार्टी को स्थापित करने वाले प्रो. उमाकांत चौधरी जीवनपर्यंत प्रयत्नशील रहे। उनकी स्पष्ट सोच थी कि युवाओं को हर तरह की नशा व्यसन से हटाए बिना तथा बेटियों के बीच शिक्षा की ललक जगाए बिना हम विकसित बिहार की कल्पना नहीं कर सकते हैं। बिहार के सीएम नीतीश कुमार के द्वारा बिहार में लाए गए शराबबंदी कानून और लड़कियों के लिए शिक्षा, पोशाक और छात्रवृत्ति जैसी कल्याणकारी योजनाएं उमा बाबू की सोच का ही हिस्सा है। समता पार्टी के स्थापना काल से जीवनपर्यंत नीतीश कुमार के निकटतम सहयोगी रहे मिथिलांचल के प्रसिद्ध शिक्षाविद् प्रो.उमाकांत चौधरी की पुण्यतिथि पर उनके पैतृक गांव हायाघाट के विशनपुर में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण करने के बाद उनके कनिष्ठ पुत्र एवं बेनीपुर के जदयू विधायक प्रो. विनय कुमार चौधरी ने उपरोक्त बातें कही हैं।
विधायक प्रो. चौधरी ने स्व. उमा बाबू के राजनीतिक जीवन पर चर्चा करते हुए कहा कि वे विधानसभा का चुनाव लड़ते थे लेकिन अपने कार्यकर्ताओं को सदैव यह सीख देते रहते थे कि लोगों का दिल जीते बिना चुनाव जीतने का कोई औचित्य नहीं रह जाता है। विधायक प्रो. चौधरी ने पिता के संस्मरणों को याद करते हुए भावुक होते हुए कहा कि पिता के अधूरे सपनों को पुरा करना ही उनके सामाजिक जीवन का अंतिम लक्ष्य है। विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ बैजनाथ झा बैजू ने कहा की उमा बाबू शालीनता के प्रतिक थे। उनका व्यक्तित्व दुर्गुणों से दूर था सच्चे मायने में वे महामानव थे। कार्यक्रम में उपस्थित सभी वक्ताओं ने उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उनके पदचिह्नों पर चलने का संकल्प व्यक्त किया। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में जदयू के राज्य परिषद सदस्य एजाज अख्तर खां रूमी, बेनीपुर प्रमुख चौधरी मुकुंद राय, शैलेंद्र चौधरी, राम शंकर सिंह, कैलाश कुमार ठाकुर, रामपुकार चौधरी ,विकास सिंह, राजकुमार चौधरी, सुशील झा, संजीव मिश्रा, पंकज कुमार आदि मौजूद थे।
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