हम के राष्ट्रीय संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का कहना है कि उपेंद्र कुशवाहा के मन में कोई न कोई लक्षित पद की चाहत है, जो उन्हें नहीं मिल रहा है। लेकिन वह उस पद को चाहते हैं। इस बात को लेकर उनके मन में कहीं न कहीं छटपटहाट है। यही वजह है कि वह बार-बार कुछ न कुछ बोल रहे हैं।
जीतन राम मांझी ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा कई बार जदयू के साथ आए और चले भी गए। एक बार फिर से वे जदयू में हैं। वे इधर वे कुछ बोल रहे हैं। ऐसे में हमें समझ में यही आता है कि कहीं न कहीं उनके मन में बड़े पद व जिम्मेदारी की चाहत है। जो उन्हें नहीं मिल रहा है। उसी पद के लिए वे लगातार बोले जा रहे हैं।
जदयू का आंतरिक मामला बताया
यही वजह है कि वह बार-बार कुछ न कुछ बोले ही जा रहे हैं। उनके स्टेटमेंट से ऐसा ही कुछ हमें समझ में आता है। इसके अलावा फिलहाल कुछ और नजर नहीं आ रहा है। यह उनकी पार्टी का मामला है। उनकी पार्टी का नेतृत्व अपने स्तर से इसे देख रहा है।
इसके अलावा उन्होंने केंद्रीय बजट पर कहा कि हमने देखा नहीं है लेकिन यदि बाबा अम्बेडकर ने जो बात कही थी कि शिक्षा व्यवस्था काॅमन हो और वह बजट में नहीं है तो बजट का कोई मतलब नहीं है। क्यों कि बाबा अंबेडकर को यदि वे पूजते हैं तो उनकी बातों पर अमल भी करना चाहिए। इसके अलावा उन्हें किसानों की समस्या के बारे में कहा कि यदि बजट में किसान की समस्याओं को तवज्जो नहीं दिया गया तो बजट ठीक नहीं है।
हम पार्टी भी यात्रा करेगी
वहीं, उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा सेक्यूलर गरीब संपर्क यात्रा निकालने जा रही है। यह यात्रा 12 फरवरी से नवादा के सोखोदौरा से शुरू होगी। जो विभिन्न स्थानों से होते हुए गया पहुंची। यह यात्रा 22 फरवरी को गया पहुंचेगी। साथ ही इस मौके पर एक जन सभा भी गांधी मैदान में होगी। यह बातें हम के राष्ट्रीय संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री रहे जीतन राम मांझी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहीं।
उन्होंने कहा कि इस यात्रा के तहत गरीबों की समस्या और विकास कार्यों की हकीकत को जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि विकास और गरीबों की भलाई के प्रति मुख्यमंत्री की नीतीश कुमार की सोच में कहीं खोट नहीं है।
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