आखिरकार बौद्ध भिक्षुओं की ही जीत हुई। उनकी जिद्द के आगे जिला प्रशासन की नहीं चली। बोधगया स्थित विश्वविख्यात महाबोधि मंदिर के सामने खोला गया नीरा का काउंटर को आखिरकार प्रशासन को वहां से हटाना ही पड़ा। शनिवार की सुबह नीरा काउंटर को महाबोधि मंदिर के मुख्य द्वार के सामने से हटवा दिया गया। मंदिर परिसर के सामने नीरा काउंटर खोले जाने को लेकर बौद्ध भिक्षुओं में काफी नाराजगी थी।
उन्होंने अपनी नाराजगी लिखित में डीएम से जताई थी और कहा था कि हम नीरा का विरोध नहीं कर रहे हैं लेकिन वह मंदिर के सामने उसकी खरीद बिक्री न हो। इससे देश दुनिया में छवि बेहतर नहीं जा रही है। हालांकि प्रशासन की ओर से बौद्ध भिक्षुओं को समझाया गया पर वे जगह की बात पर अड़े रहे। थक हारकर बीटीएमसी ने मंदिर परिसर से 200 मीटर दूर नीरा के काउंटर को फिलहाल जगह दी है।
गौरतलब है कि नीरा का काउंटर का उद्घाटन बीते माह मुख्यमंत्री ने खुद किया था। उस दिन मौके पर मौजूद हर एक शख्स ने नीरा का टेस्ट बखूबी चखा था। लेकिन नीरा के काउंटर के खुलने और मुख्यमंत्री के चले जाने के दूसरे दिन से ही इसका विरोध बौद्ध भिक्षुओं द्वारा शुरू हो गया था। विभिन्न पंथ के बौद्ध भिक्षु व उनके गुरु इसका किसी न किसी रूप में विरोध मीडिया के सामने आकर करने लगे थे। वहीं प्रशासन को चिट्ठी पत्री भेजने का सिलसिला शुरू हो गया था और आंदोलन की चेतावनी भी दी जाने लगी थी।
इस सब के बीच करीब एक महीने बाद अब मंदिर के सामने से उसे हटा दिया गया है। यह काम बीटीएमसी के आदेश पर किया गया है। हालांकि इस मसले पर बीटीएमसी का कोई भी पदाधिकारी बोलने को तैयार नहीं है। बीटीएमसी का कहना है कि काफी सोच विचार के बाद यह निर्णय लिया गया है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.