बिहार के गोपालगंज में सोमवार को रीडिंग मैराथन हुई। इसमें 1,021 लोगों ने एक साथ बैठकर दो घंटे तक किताबें पढ़ी हैं। इसके जरिए मैसेज दिया गया कि किताबों के माध्यम से ही सबकुछ हासिल किया जा सकता है।
रीडिंग मैराथन में लोग अपनी पसंद की किताबें लेकर पहुंचे थे। जो लोग किताब नहीं लाए थे, उन्होंने बुक स्टॉल से किताब खरीदकर पढ़ी। इस दौरान सभी के मोबाइल फोन बंद करवा दिए गए थे।
गोपालगंज के पंचदेवरी रीडिंग मैराथन क्लब ने पंचदेवरी प्रखंड के जमुनहां स्थित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर में यह आयोजन किया था। इसमें लेखक सर्वेश तिवारी श्रीमुख और झारखंड से आए मोटिवेशनल स्पीकर अमरेश झा भी शामिल हुए।
रीडिंग मैराथन में डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने कहा कि किताबों से हमें हमेशा नई चीजें सीखने को मिलती हैं। आज के समय में भी किताबें व्यक्ति को अपने मुकाम तक पहुंचाने में प्रथम साधन और माध्यम है।एक पुस्तक को पढ़ने से 60 वर्ष का अनुभव व्यक्ति को प्राप्त हो जाता है। अगर कोई व्यक्ति जीवन में 20 पुस्तकें पढ़ ले तो वह 1200 वर्ष का अनुभव अपने जीवन में प्राप्त कर लेता है।
लेखक सर्वेश तिवारी श्रीमुख ने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण होता है। साहित्य के अध्ययन से ही व्यक्तित्व में निखार आता है। इसलिए हमें साहित्य का अध्ययन करना चाहिए।
मोबाइल की वजह से किताबों में दिलचस्पी हुई कम
झारखंड से आए मोटिवेशनल स्पीकर अमरेश झा ने कहा कि किताबें हमें संस्कार, सभ्यता, जीवन जीने की कला और मानवता सिखाने का माध्यम है। पंचदेवरी रीडिंग मैराथन क्लब के प्रतिनिधियों ने कहा कि पूरी दुनिया में मोबाइल के हर हाथ में पहुंचने के बाद समाचार पत्रों और किताबों में लोगों की दिलचस्पी कम हुई है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किताबों से विमुख हो रहे लोगों को फिर से किताबों से जोड़ने के लिए प्रेरित करना है।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.