कटिहार में बाल विकास परियोजना द्वारा संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों का बदहाल है । नीतीश बाबू के मुलाजिमों के द्वारा कागजों पर बेहतर संचालन का दावा पेश करने वाले इन केंद्रों की धरातलीय वस्तुस्थिति काफी चौंकाने वाली है।
ताजा मामला कटिहार के मनिहारी अनुमंडल के फतेह नगर पंचायत गोपालपुर एवं कोड़ा प्रखंड अंतर्गत दिघरी स्कूल टोला से जुड़ा है । जहां नौनिहालों के भविष्य के साथ खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है। इन क्षेत्रों के अधिकांश केंद्रों पर आंगनबाड़ी सेविका की मनमानी सीडीपीओ व महिला पर्यवेक्षक की मिलीभगत उजागर होती है।
बुधवार को मनिहारी फतेह नगर पंचायत के चंगा गोपालपुर आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 156 पर सेविका कि पिछले 3 दिनों से लगातार छुट्टी पर रहने की वजह से नन्हे-मुन्ने बच्चों की पढ़ाई लिखाई तो दूर पोषाहार तक उन्हें नसीब नहीं हुआ। जिसके कारण आए दिन बच्चों की संख्या इस केंद्र पर 40 के बजाय 10 से 15 तक में ही सिमट जाता है ।
सहायिका मेनी मुर्मू ने बताया कि हम लाचार हैं सेविका नहीं आती है तो हम क्या कर सकते हैं हम कहां से बच्चों को पोषाहार दें।
वही इस बाबत महिला पर्यवेक्षिका राजमणि वर्मा से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि सेविका द्वारा बिना उचित कारण बताएं केंद्र से गायब रहना और बच्चों को पोषाहार नहीं देना स्कूल गलत है निश्चित रूप से मामले को लेकर सेविका से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा ।
यही हाल कोढा़ प्रखंड के दीघरी स्कूल टोला केंद्र 141 का है जहां सेविका और सहायिका की खूब मनमानी चलती है । आज बुधवार को निर्धारित समय से 1 घंटे पूर्व ही केंद्र से बच्चे गायब मिले । दोपहर 1:300 के बजाए 12:30 बजे ही केंद्र पर ताला लटक गया था। केंद्र से बाहर जा रही सेविका नीलम कुमारी ने बताया कि आज सहायिका के गांव में कोई घटना घटित हो गई थी इसीलिए सवेरे ही बच्चों को मीनू के अनुसार पोषाहार का उल्लंघन करते हुए खिचड़ी खिला कर छुट्टी दे दी गई। केंद्र में ना शौचालय है और ना ही पेयजल के लिए कोई चापाकल की व्यवस्था। कुल मिलाकर अंधेर नगरी चौपट राजा टके सेर भाजी टके सेर खाजा।
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