खगड़िया जिले के खगड़िया-सहरसा रेलखंड पर धमरा स्टेशन पर देश के सबसे बड़े रेल हादसे में अपने शिक्षक पिता को खोने के 35 वर्ष बाद भी अनुकंपा पर नियुक्ती नहीं मिल सकी। जिसको लेकर मंगलवार को डीईओ कार्यालय के समक्ष पीड़ित ने एक दिवसीय धरना पर बैठ गया। बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद से लेकर वर्तमान मुख्यमंत्री के जनता दरबार में शिकायत कर चुके हैं। जिसके बाद शिक्षा विभाग की उदासिनता के कारण अनुकंपा पर नौकरी नहीं मिली। अब उम्र भी खत्म होने के कगार पर है।
धरना पर बैठे पीड़ित सहरसा जिले के सोनवर्षा कचहरी थाना क्षेत्र के खड़गपुर निवासी शिक्षक स्व गुलाब प्रसाद का पुत्र रमेश कुमार गुप्ता ने बताया कि वर्ष 1981 में रेल हादसा पिता की मौत हो गयी। वो भी खगड़िया जिले के उच्च विद्यालय संसारपुर में शारीरिक शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। तब से अब तक डीएम से लेकर मुख्यमंत्री एवं लोक शिकायत निवारण में शिकायत कर चुके हैं।जहां ससमय नियुक्ति प्रक्रिया के आद बहाल करने की बात कही गयी थी।
पीड़ित शिक्षक पुत्र ने बताया कि अगर एक दिवसीय धरन पर शिक्षा विभाग नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू नहींं करती है तो डीएम कार्यालय के समक्ष परिवार के सभी सदस्य अनिश्चितकालीन धरना पर बैठेंगे। बताया कि जिला लोक शिकायत निवारण में भी अनुकंपा पर बहाली करने की बात कही गयी थी। लेकिन विभाग के उदासिनता के कारण ऑफिस का चक्कर लगाते लगाते चप्पल घिस गया है।
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