बाल मृत्यु दर में कमी के लिए हो रहा प्रयास:3870 स्कूलों व 3858 आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को दी जाएगी अल्बेंडाजोल की गाेली, तैयारी पूरी

मधुबनी6 दिन पहले
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जिला अंतर्गत 3870 स्कूलों व 3858 आंगनवाड़ी केंद्रों पर बच्चों को अल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी। इसके लिए 26 लाख 5 सौ 82 टेबलेट उपलब्ध कराई गई है। स्वास्थ एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश के आलोक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत बाल मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य जिले में 16 मार्च को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस तथा 20 मार्च को माप अप दिवस का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम के अंतर्गत 1 वर्ष से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों में विद्यालय पर अल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी।

कार्यक्रम के सघन अनुश्रवण हेतु जिले में राज्य स्तरीय अनुश्रवण टीम का गठन किया गया है। टीम द्वारा विभिन्न प्रखंडों में जाकर अनुश्रवण की जाएगी और सत्यापित प्रतिवेदन शिशु स्वास्थ्य को शाम को समर्पित करेंगे। प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. आरके सिंह ने बताया कि बच्चों को जानकारी के बाद दवा खिलायी जाएगी। अल्बेंडाजोल की दवा सामने में खिलायी जाएगी। एक से दो साल तक के बच्चों को आधा टैबलेट व उससे अधिक उम्र के लोगों को एक टैबलेट देनी है।

कहा कि भारत सरकार के अभियान के तहत आंगनबाड़ी जाने वाले लक्षित 1 से 5 वर्ष तक के बच्चों तथा स्कूल जाने वाले 6 वर्ष 19 वर्ष तक के बच्चों एवं स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों को आशा कार्यकर्ता द्वारा गृहभ्रमण कर अल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने बताया बच्चों में कृमि संक्रमण अस्वच्छता तथा दूषित मिट्टी के संपर्क में आने से होती है।

कृमि संक्रमण से बच्चों के पोषण स्तर तथा हीमोग्लोबिन स्तर पर दुष्प्रभाव पड़ता है। यूनिसेफ एसएमसी प्रमोद कुमार झा ने बताया राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के दौरान बच्चों को दवा खिलाते समय कुछ सावधानी भी बरतनी होगी। जैसे कि अगर किसी बच्चों की कोई गंभीर बीमारी का इलाज चल रहा तो उसे दवा नहीं दी जानी है।

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