बैजनाथपुर ओपी स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा के लॉकर से बीते दिनों हुई 1.29 करोड़ के 2 किलो 710 ग्राम स्वर्णाभूषण चोरी का तार घोड़ासहन से भी जुड़ा हुआ है। मामले में सहरसा पुलिस ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से दो अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर चोरी का स्वर्णाभूषण खरीदने वाले स्थानीय स्वर्ण व्यवसायी समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इस दौरान स्वर्ण व्यवसायी के घर छापेमारी कर चोरी का करीब 2.50 ग्राम स्वर्णाभूषण भी बरामद किया गया है। थानाध्यक्ष संतोष कुमार शर्मा ने गिरफ्तार स्वर्ण व्यवसायी की पहचान स्थानीय मेन रोड निवासी सुनील साह एवं थाना क्षेत्र के बालापुर निवासी मुन्ना साह के रूप में की है। उन्होंने बताया कि चोरी की घटना के बाद मिले सुराग के आधार पर सहरसा के डीएसपी निशिकांत भारती के नेतृत्व में सहरसा की पुलिस टीम घोड़ासहन आई थी। जिसके बाद दो दिन पूर्व थाना क्षेत्र के पुरनहिया में छापेमारी कर सहरसा के उमेश मलिक व पुरनहिया के मुन्ना साह को गिरफ्तार किया गया था। उक्त दोनों की निशानदेही पर घोड़ासहन के स्वर्ण व्यवसायी के यहां छापेमारी कर चोरी के स्वर्णाभूषण के साथ स्वर्ण व्यवसायी को भी गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि मुन्ना साह बैंक में हुए चोरी मामले के मुख्य आरोपी उमेश मलिक का रिश्तेदार है। उमेश मलिक चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद मुन्ना साह के यहां आकर छुप कर रहा था। वहीं उमेश मलिक मुन्ना साह के सहयोग से घोड़ासहन में उक्त स्वर्ण व्यवसायी के हाथों सोना बेचने का काम किया था। पूर्व में गिरफ्तार उमेश मलिक व मुन्ना साह के निशानदेही पर उक्त स्वर्ण व्यवसायी के यहां छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया गया।
भारतीय स्टेट बैंक के लॉकर से बीते 23 अप्रैल को चोरी हुए थे आभूषण
गौरतलब हो कि सहरसा जिले के बैजनाथपुर पुलिस ओपी क्षेत्र में स्थित भारतीय स्टेट बैंक के लॉकर से बीते 23 अप्रैल को 1.29 करोड़ के 2 किलो 700 ग्राम स्वर्णाभूषण की चोरी हो गयी थी।हालांकि मामले का खुलासा नियमित जांच के दौरान बीते 9 मई को हुआ था। इसके बाद 10 मई को बैंक के आउटसोर्स कर्मचारी पर चोरी का आरोप लगा बैजनाथ पुर ओपी में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। 23 अप्रैल को छुट्टी के दिन बैंक के सफाईकर्मी के रूप में कार्यरत उमेश मलिक ने बैंक में जाकर लॉकर खोल कर चोरी की थी।बैंक कर्मियों की लापरवाही से लॉकर का चाभी सफाईकर्मी उमेश मलिक अपने पास रखता था।जिसका फायदा उठाकर उसने चोरी की घटना को अंजाम दिया था।
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