मोतिहारी का कुख्यात अपराधी कुणाल सिंह को मोतिहारी पुलिस ने फिल्मी अंदाज में उसके घर से गिरफ्तार कर लिया है। कुख्ताय कुणाल के पास से लोडेड AK47, एक विदेशी पिस्टल दो लोडेड मैगजीन छह बाकी टाकी भी बरामद हुआ है।
कुख्यात कुणाल पर जिले के अलग अलग थाना में हत्या, रंगदारी, पुलिस टीम पर हमला सहित 17 मामला दर्ज है। फिलहाल रक्सौल के कैनब्रिज स्कूल पर AK 47 से फायरिंग और 2022 में उत्पाद टीम पर फायरिंग मामले में फरार चल रहा था, जिसमे उसकी गिरफ्तारी हुई है। कुणाल की गिरफ्तारी को पुलिस बड़ी उपलब्धि मान रही है।
पुलिस लाइन में एसपी ने बनाई थी गिरफ्तारी की योजना
मोतिहारी एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने बुधवार को पुलिस लाइन में टीम में शामिल सभी अधिकारियों के साथ गुप्त बैठक किया। जिसका नेतृत्व चकिया एसडीपीओ आईपीएस शरद के नेतृव में पिपरा कोठी थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह के साथ रवाना हुए। पहले पिपरा कोठी थाना क्षेत्र के कुढिया कुणाल के घर पर बंजरिया थाना के जेएसआई धनंजय शर्मा सिविल ड्रेस में टेंपू से उसके घर पहुंच बेहतर तरीके से रेकी कर टीम को सूचना दिया।
इसके बाद कुणाल के घर को चारो तरफ से घेर कर एक बार उस पर धावा बोला गया। पुलिस को आता देख भागने लगा। जिसे दौरा कर पकड़ लिया गया, जब उसकी तलाशी ली गई तो उसके कमर से विदेशी 9एमएम का लोडेड पिस्टल और मैगजीन बरामद हुआ। वहीं जहा बैठा था वहा से लोडेड AK 47 बरामद हुआ।
पूर्व में जिले पकड़ा चुका है AK 47
मोतिहारी पुलिस ने दूसरी बार AK 47 के साथ अपराधी को गिरफ्तार किया है। इससे पहले 17 अगस्त 2017 को दीपक पासवान को तत्कालीन एसपी उपेंद्र शर्मा के नेतृत्व में गिरफ्तार किया गया था,
क्या कहते है एसपी
मोतिहारी एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया की यह बड़ी उपलब्धि है। टीम में शामिल सभी अधिकारी और जवानों को पुरस्कृत किया जाएगा, साथ ही प्रशस्ति पत्र भी दिया जाएगा।
जेल में कुख्यता की हत्या के बाद आया था चर्चा में
कुणाल सिंह सबसे पहले एक मई 2015 में मुखिया बीरेंद्र ठाकुर की गोली मार कर हत्या काया था, उसके बाद 16 जनवरी 2017 को मुखिया मालती देवी के पुत्र राजकपूर की गोली मार कर हत्या किया, उस मामले में गिरफ्तार हों कार जेल गया, उसके बाद 27 मार्च 2017 को मोतिहारी जेल से भाग कर 11 मई को बेतिया जेल में पेसी के दौरान उत्तर बिहार का कुख्यात अपराधी बबलू दुबे की कोट परिसर में गोलियों से भून दिया था,
पुलिस से कर चुका है मुठभेड़
उस वक्त के तत्कालीन एसपी उपेंद्र शर्मा को गुप्त सूचना मिली कि कुणाल कल्याणपुर थाना क्षेत्र के हरिहर छापड़ा में छापेमारी करेंगे गई थी, जिसमे पुलिस और कुणाल के बीच मुठभेड़ हुआ था, जिसने कुणाल तो बच निकला लेकिन उसके एक शागिर्द को गोली लगी थी,
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.