मुंगेर में आमरण अनशन पर बैठे सफाईकर्मी:मजदूर की हालत हो रही खराब, निगम के अधिकारी से नहीं हुई अब तक बातचीत

मुंगेरएक वर्ष पहले
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मुंगेर में नगर निगम में कार्यरत एनजीओ के सफाई कर्मी मजदूर अपनी दो सूत्री मांगों को लेकर नगर निगम कार्यालय के समीप आमरण अनशन पर बीते 8 जून से बैठे हुए हैं। कुल 6 कर्मी आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं लेकिन इनके समर्थन में सैकड़ों सफाई मजदूर साथ दे रहे हैं। जबकि, निगम के दैनिक मजदूर द्वारा सफाई कार्य जारी है। वहीं अनशन पर बैठने वालों में सुचित कुमार, सोनू कुमार, संजय कुमार राउत, हेमंत कुमार राउत, कन्हैया कुमार एवं गणेश कुमार हैं।

आमरण अनशन पर बैठे एनजीओ कर्मी विभिन्न तरह के नारे लगा रहे थे और हाथों में पोस्टर लिए हुए थे। अनशन पर बैठे सफाई कर्मियों एवं मजदूरों ने कहा कि 4 महीने से वेतन के बकाया रहने के कारण हमारे सामने गंभीर आर्थिक संकट पैदा हो गया है। भूखों मरने की स्थिति उत्पन्न हो गई है। परिवार चलाने के लिए हम लोग कर्ज के जाल में फंसते जा रहे हैं। मजदूरों ने कहा कि, हमारी दो मुख्य मांगे हैं। पहला, हमें जल्द- से- जल्द बकाया वेतन का भुगतान किया जाए। दूसरा, हमें दैनिक मजदूर का दर्जा दिया जाए।

मजदूरों ने कहा कि, हम लोग वेतन की मांग अपने नियोक्ता एनजीओ नीड्स से कर रहे हैं। लेकिन, नगर निगम से हमारी मांग है कि, वह हमें वेतन दिलाने का कार्य करें और एनजीओ कर्मी से हटाकर दैनिक मजदूर के रूप में अपने यहां रखे। उन्होंने कहा कि, पूर्व में भी एक एनजीओ मजदूरों का वेतन लेकर भाग गया था, जिसका भुगतान अभी तक नहीं हो सका है। वहीं नगर निगम द्वारा पूर्व में एनजीओ द्वारा देय वेतन की राशि सीधे एनजीओ कर्मी के खाते में दी गई है। ऐसे में नगर निगम या तो हमें एनजीओ से वेतन दिलाने का कार्य करे अथवा हमारे वेतन का भुगतान करते हुए एनजीओ का एग्रीमेंट रद्द करे।