मानसून की पहली बारिश बुधवार को हुई। दिन भर मूसलाधार 97 एमएम बारिश के से समूचा शहर इस कदर पानी-पानी हुआ कि शहर की अधिकांश सड़कों पर घुटना भर पानी जमा हो जाने के कारण सड़कें तालाब में तब्दील हो गई। सबसे ज्यादा परेशानी पूरबसराय, दिलीप बाबू धर्मशाला, बेकापुर, शादीपुर, शास्त्रीचौक से मोगलबाजार, जुबलीवेल चौक, 02 नंबर गुमटी के अलावा दारू गोदाम के समीप देखने को मिली। इन स्थानों पर बड़ा नाला जाम रहने के कारण शहर पर 2 से 3 फीट तक जमे गंदा पानी के बीच लोग आवागमन करने को विवश रहे। सड़कों पर नाला का गंदा पानी व बारिश के पानी का जमाव के कारण बाइक सवार के अलावा राहगीरों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा़। नगर निगम के जल निकासी व्यवस्था की पोल मानसून की पहली बारिश ने खाेलकर रख दी। सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों व उनके अभिभावकों को हुई। दोपहर 01 से डेढ़ बजे के बीच सभी स्कूलों में छुट्टी होता है। अभिभावक बारिश में भिंग कर बच्चे को स्कूल से लाते दिखे। इंटर के प्रथम पाली की परीक्षा समाप्त होने के बाद छात्र-छात्राएं बारिश में भींग कर घर जाने को विवश हुए। दूसरी ओर कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक मुकेश कुमार ने इस बारिश को किसानों के लिए अमृत वर्षा की संज्ञा देते हुए बताया कि इस बारिश से किसानों को फायदा ही फायदा होगा। बारिश के बाद किसान धान फसल के लिए बिचड़ा तैयार करने में जुट गए हैं।
दिन भर हुई बारिश से तापमान में 4 डिग्री की गिरावट, मौसम हुआ सुहाना
बारिश से किसानों को होगा फायदा: वैज्ञानिक
सीवरेज और शहरी पेयजलापूर्ति योजना के लिए शहर की सड़कों को खोद कर पाइप लाइन बिछाया जा रहा है। कई जगह पाइप बिछाए जाने के बाद एजेंसी द्वारा खोदे गए सड़क को मोटरेबुल कर दिया गया है। परंतु कई स्थानों पर सड़क खोदकर पाइप बिछाने का काम जारी रहने के कारण सड़क किनारे मिट्टी जमा रहने के कारण सड़क कीचड़मय हो जाने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। एजेंसी द्वारा मोटरेबुल की गई सड़क पर बारिश के कारण मिट्टी धंस जाने से गड्ढा हो गया। शहर के सबसे व्यस्ततम चौक एक नंबर ट्रैफिक पर सड़क किनारे डेढ़ फीट गड्ढा हो जाने के कारण वहां दुर्घटना रोकने के लिए बेरिकेट किया गया। बुधवार को हुई बारिश को कृषि विज्ञान केन्द्र के वरीय कृषि वैज्ञानिक मुकेश कुमार ने अमृत वर्षा बताते हुए किसानों को इसका फायदा उठाने की अपील की है। मानसून की पहली बारिश से किसानों को फायदा ही फायदा होगा। किसान धान की खेती की तैयारी में जुट जाएं। अरहर और कम अवधि वाले उंची जमीन पर उपजने वाले मक्का की खेती करने वाले किसानों के लिए भी यह बारिश फायदेमंद है।
पूरबसराय अंडरपास ब्रिज के नीचे 4 फीट पानी जमा
पूरबसराय ढाला में अंडरपास ब्रिज के नीचे 04 फीट पानी जमा हो जाने के कारण दोपहिया व चारपहिया वाहन माधोपुर, आईटीसी, लालदरवाजा होकर शहर में प्रवेश किए। बारिश के कारण अंडरपास ब्रिज में जलजमाव के कारण तालाब जैसी बन गयी थी। 04 फीट पानी से होकर वाहनों का गुजरना मुश्किल हो गया। लोग मोगल बाजार, आईटीसी, लालदरवाजा होते हुए शहर में प्रवेश किए। जबकि कुछ वाहन पांच नंबर गुमटी, अंबे चौक, कौड़ा मैदान होकर शहर में प्रवेश किया। पूरबसराय से ब्रहमस्थान जाने वाली सड़क पर 2 से 3 फीट जमा गंदे पानी के बीच स्कूली बच्चे अपने घर को लौटते दिखे।
आरसीडी को करना है सड़क का कालीकरण ^शहरी जलापूर्ति हेतु पाइप लाइन बिछाने के लिए खोदे गए सड़क को एजेंसी द्वारा मोटरेेबुल कराया जा रहा है। खुदाई किए गए सड़क का कालीकरण आरसीडी को करना है। इसके लिए एजेंसी द्वारा 6.44 करोड़ रुपया का भुगतान भी किया गया है। बारिश को लेकर सभी बड़े नालों की सफाई होगी। - निखिल धनराज निपनीकर, नगर आयुक्त, नगर निगम मुंगेर।
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