सावित्री ने यमराज से लड़कर पति को मौत के मुंह से छीन लिया था। कलावती ने बाघ के मुंह से पति पारस को बचा लिया। वाकया बगहा-2 का है। हुआ यूं कि सोमवार को पारस सोनी अपनी पत्नी कलावती देवी के साथ अहले सुबह खेत घूमने के लिए गांव के ही समीप सरेह में निकले थे। तरुअनवा गांव के पास VTR के जंगल से निकलकर आए बाघ ने पहले कलावती पर हमला कर दिया। इसके बाद पारस उसे बचाने को भिड़े तो बाघ पत्नी को छोड़कर उससे भिड़ गया। इस पर 60 वर्षीय पारस सोनी पर बाघ ने जब हमला किया तो पत्नी भी जान बचाकर भागने के बजाय वह पति काे बचाने का कोशिश करने लगी और जोर-जोर से शोर मचाने लगीं। शोर सुनकर लाठी, डंडे आदि के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण जुट गए, जिसके बाद बाघ उन्हें छोड़कर जंगल की ओर चला गया। इस दाैरान पारस सोनी का एक हाथ बाघ चबा गया है।
हमले से तरुअनवा निवासी पारस सोनी (60) घायल हो गए। पारस सोनी का एक हाथ बुरी तरह से जख्मी हो गया है। जिसे हरनाटांड़ PHC में इलाज के बाद बगहा रेफर किया गया, लेकिन बगहा में भी स्थिति को नाजुक देख कर उसे जीएमसीएच बेतिया के लिए रेफर कर दिया गया। मामला वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के हरनाटांड वन क्षेत्र के देवरिया तरुअनवा पंचायत के तरुअनवा गांव का है।
इलाज कर रहे डॉ. राजेश सिंह नीरज ने बताया कि किसी हिंसक जानवर ने गंभीर रूप से चोट पहुंचाया है। डॉक्टर ने बताया कि हमला इतना जबरदस्त था कि बुजुर्ग का एक हाथ टूट गया है। ब्लीडिंग नहीं रुक रही है। वहीं दूसरे व्यक्ति पारस गुरो की कमर और पीठ पर बाघ ने हमला कर जख्मी कर दिया।
किसान की पत्नी की आंखों देखी
घायल पारस सोनी की पत्नी कलावती देवी ने बताया, 'दोनों खेत में सुबह के तकरीबन 10 बजे गन्ने का खेत देखने गए थे। इसी बीच खेत में छिपे बाघ ने एकदम से मेरे ऊपर हमला कर दिया। पास में ही मेरे पति पारस सोनी काम कर रहे थे। उन्होंने अपने हाथ में कुदाल ले रखी थी। उसी कुदाल के साथ बाघ से भिड़ गए। इसके बाद बाघ ने मुझे छोड़कर पति पर हमला बोल दिया। इस पर मैं उन्हें बचाने लगी। इतने में शोर सुनकर आसपास के लोग जुट गए। इसके बाद बाघ गन्ने के खेत में भागकर छिप गया। बाघ ने किसान का एक हाथ चबाकर बुरी तरह घायल कर दिया।
2 घंटे बाद एक और व्यक्ति को किया घायल
गन्ने के खेत में छिपे बाघ ने 2 घंटे बाद एक और व्यक्ति पर हमला कर दिया। बाघ ने जहां पहले हमला किया था उससे थोड़ी दूर पर अपने खेत में काम कर रहे 50 वर्षीय पारस गुरो पर पीछे से हमला कर दिया। इससे पारस गुरु के कमर और पीठ पर जख्म हो गए। हालांकि शोरगुल के बाद बाघ फिर भाग गया। परिजनों ने स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र हरनाटांड़ में लाकर पारस गुरो का इलाज कराया।
PHC में मौजूद डॉक्टर राजेंद्र काजी ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए बगहा अनुमंडल हॉस्पिटल रेफर कर दिया। इस बाबत मदनपुर वन क्षेत्र के प्रभारी एसीएफ अमिता राज ने बताया कि बाघ के हमले की सूचना मिली है। घायलों से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है।आवेदन लेकर उचित मुआवजा पीड़ितों को दिलवाया जाएगा। वन विभाग की पूरी टीम जांच के लिए लगा दी गई है।
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