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पीएम आवास योजना की एक ही लाभार्थी के दो दो खाते सीएसपी संचालक ने खोल दिए। एक फर्जी और एक असली। असली खाते का पासबुक सीएसपी संचालक ने अपने ही पास रख लिया। फर्जी खाते का पासबुक लाभार्थी को दे दिया। इस बीच लाभार्थी के आवास मद के दो किश्तों की राशि प्रखंड कार्यालय से लाभार्थी के असली खाते में ट्रांसफर कर दी गई, लेकिन फर्जी खाते की पासबुक लेकर लाभार्थी महिला राशि की निकासी के लिए दौड़ लगाती रही। महिला ने थक - हारकर प्रखंड कार्यालय में शिकायत की, तो फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। मामला उजागर होने के बाद सीएसपी संचालक ने संबंधित राशि प्रखंड कार्यालय को वापस कर दी है, लेकिन इस धोखाधड़ी के कारण लाभार्थी का आवास निर्माण शुरू नहीं हो पाया है। आवास निर्माण के लिए प्रखंड को मिले लक्ष्य की पूर्ति में भी बाधा उत्पन्न हुई है। लिहाजा, बीडीओ कुमार प्रशांत ने उक्त सीएसपी संचालक को नोटिस निर्गत कर स्पष्टीकरण मांगा है। बीडीओ ने बताया कि 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण का संतोषप्रद जवाब नहीं मिला तो सीएसपी की अनुज्ञप्ति रद्द करने की अनुशंसा के साथ उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी।
बीडीओ ने सीएसपी संचालक से मांगा स्पष्टीकरण, 24 घंटे के अंदर संतोषप्रद जवाब नहीं मिला ताे रद्द की जाएगी सीएसपी की अनुज्ञप्ति
सीएसपी संचालक ने कहा, मिसप्रिंटिंग का है मामला
सीएसपी संचालक विनोद कुमार यादव ने बताया कि उसने फर्जीवाड़ा नहीं किया है। मिसप्रिंटिंग के कारण दूसरा खाता नंबर चढ़ गया था। आवश्यक सुधार कर लाभार्थी को सही खाता का पासबुक दे दिया गया है।
जूड़ा की है लाभार्थी, भैरोगंज के डबरा चौक पर है सीएसपी
बीडीओ कुमार प्रशांत ने बताया कि दरअसल यह मामला पूर्ववर्ती बीडीओ शशिभूषण सुमन के कार्यकाल का है। लाभार्थी से शिकायत मिलने पर उन्होंने जांच कराई है, तब सारी सच्चाई सामने आई है। लाभार्थी महिला कांति देवी ( पति - भागवत गिरि) जूड़ा गांव की रहने वाली है। उसने भैरोगंज के डबरा चौक पर विनोद यादव द्वारा संचालित बैंक ऑफ इंडिया के सीएसपी में अपना खाता खोला था। उक्त लाभार्थी ने बीडीओ को आवेदन देकर शिकायत की थी कि उसकी आवास मद की राशि अभी तक उसके बैंक खाते में नहीं गई है।
पहली किस्त में भेजी गई थी 45 हजार रुपए की राशि
लाभार्थी कांति देवी के खाते में आवास मद की पहली किश्त के 45 हजार रुपए प्रखंड कार्यालय से ट्रांसफर किए गए थे। आवास सहायक से खाते में रुपए भेजने की जानकारी मिली तो महिला ने बैंक पर्ची भर कर सीएसपी संचालक को दिया। संचालक ने बताया कि उसके खाते में कोई राशि नहीं आई है। इस बीच आवास मद की दूसरी किस्त भी ट्रांसफर हो गई। अंततः जब मामला उजागर हुआ तो बैंक की मुख्य शाखा को प्रखंड कार्यालय से पत्र लिखकर राशि वापस करने का अनुरोध किया गया।
भैरोगंज ब्रांच के आईएफएससी कोड से फर्जी खाता खोला
कांति देवी, पति-भागवत गिरि की खाता संख्या 577918210002572, आईएफएससी कोड बिकेआईडी 0005779 है। सीएसपी संचालक ने भैरोगंज ब्रांच के आईएफएससी कोड से फर्जी खाता खोल लिया। यह खाता किसी अन्य खाताधारक का पाया गया। हालांकि दोनों खाता सीएसपी संचालक ने कांति देवी के नाम से ही खोला है। महिला के वास्तविक खाते का पासबुक सीएसपी संचालक ने अपने ही पास रख लिया था। उक्त महिला का पीएम आवास वित्तीय वर्ष 2019-2020 में स्वीकृत हुआ था।
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