जिले में पिछले 48 घंटों से बारिश नहीं होने के कारण लोगों ने राहत की सांस ली है। मौसम विभाग के अनुसार इस क्रम में मात्र 4 एमएम वर्षा हुई है। जिसके कारण खासकर किसानों को काफी राहत मिली है। जिले में बुधवार को सुबह से ही धूप निकली। हालांकि मंगलवार की रात में हल्का बादल छाया रहा, पर बारिश नहीं हुई। बता दें कि 15 जून को जिले में मानसून के आगमन के साथ ही लगातार हो रही बारिश से कई प्रखंड के गांव तथा फसल जलमग्न हो गए थे। कई दिनों तक लोगों का सड़क संपर्क भी भंग रहा। फिलहाल मौसम में सुधार के कारण लोगों ने राहत की सांस ली है। जिले में बुधवार को आद्रता 70 फीसद, ड्यू प्वाइंट 26 डिग्री पता हवा का वेग 19 किलोमीटर प्रति घंटा रहा। वहीं अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहा।
बागवानी फसलों की देखभाल बहुत जरूरी : डॉ. अजीत कुमार
कृषि वैज्ञानिक डॉ. अजीत कुमार ने कहा कि वर्षा के उपरांत बागवानी फसलों का उचित देखभाल जरूरी है। खासतौर पर जिन किसानों ने 2 से 3 वर्ष पहले आम, लीची आदि बागवानी फसल को लगाया है उन्हें विशेष ध्यान देने की जरूरत है। पौधा में अगर जलजमाव की स्थिति बनी हो तो जलनिकासी काफी आवश्यक है। पानी निकल जाने के बाद पौधा के चारों तरफ से मिट्टी का मेड़ बना देना चाहिए। हालांकि किसानों को प्लांटेशन के समय ही मिट्टी का ऊंचा मेड़ बनाकर पौधे की रोपनी करनी चाहिए। पौधा के जल के समीप से जल की निकासी नहीं होने पर पौधा को ऑक्सीजन लेने में परेशानी होगी।
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