पीपरासी थाना क्षेत्र का बहरीस्थान गांव शराब निर्माण व बिक्री के लिए सीमावर्ती 20 से 25 किमी क्षेत्र में जाना जाता था। इस गांव के अधिकतर लोग शराबबंदी से पूर्व इस कारोबार में लगे हुए थे। घरों में कच्ची शराब निर्माण होने से महिलाएं व बच्चें भी इस कारोबार में बराबरी का भागीदारी निभा रहे थे। स्थानीय क्षेत्र के साथ सीमावर्ती यूपी के कुशीनगर व महराजगंज जिले तक के लोग यहां शराब पीने आते थे। लेकिन शराब बंदी के बाद इस गांव के लोगों ने धीरे-धीरे इस कारोबार से मुंह मोड़ना शुरू किया व अन्य रोजगार करना शुरू किया।
फलस्वरूप आज इस गांव के माहौल में काफी परिवर्तन हुआ है। बच्चें शिक्षा में अपना नाम राेशन कर रहे है तो पुरुष खेतों में केला आदि की फसल उगाकर अच्छी आमदनी कर रहे है। बहरिस्थान गांव के विनीता विश्वकर्मा, संदीप चौधरी, नाथू सहनी, मनोज चौधरी, रामू सहनी, राकेश सहनी, रानी कुमारी ने शराबबंदी के बाद नुक्कड़ नाटक और नृत्य कला का प्रदर्शन कर यू-ट्यूब चैनल बनाकर उस पर अपलाेड करना शुरू किया।
जिससे आज ये लोग अच्छी कमाई करते हैं। वहीं, नशा मुक्ति के लिए लोगों को जागरूक भी करते हैं। इन लोगों के दो यू-ट्यूब चैनल है इसमें 5 लाख से भी अधिक सब्सक्राइबर हैं। इससे इन लोगों को प्रति महीना 25 से 30 हजार रुपए की कमाई हो जाती है।
यू-ट्यूब की कमाई से मदद की
बताया कि समाज में व्याप्त कुरीतियों को लेकर वे लोगों को जागरूक करते है। इसके लिए वे नुक्कड़ नाटक व अन्य मंचन से लोगों को जागरूक करते हैं। वहीं इसका वीडियो बनाकर यू-ट्यूब पर अपलोड कर पैसा भी कमाते हैं। इससे उन्हें आमदनी भी हो जाती है और समाज सुधार का काम भी हो जाता है।
उन लोगों ने बताया कि वे लोग पिछले एक सप्ताह में अपनी यू-ट्यूब की कमाई से 100 लोगों को कंबल, 100 लोगों को चादर व 100 महिलाओं को साड़ी देकर लोगों को जागरूक किए हैं। उन्होंने बताया की मदनपुर देवी स्थान से जरूरतमंद के बीच वितरण कार्य शुरू किए हैं।
समाज में ऐसे लोग मिसाल पेस कर अन्य लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बन रहे हैं। इन्ही लोगों की तरह सभी को मुख्यधारा में जुड़ कर समाज को नशा मुक्त करना होगा।-कुमुद कुमार, बीडीओ, पीपरासी।
प्रशासन लगातार नशामुक्ति के लिए जागरुकता अभियान चला रहा है। इन युवक व युवतियों से अन्य लोगों को भी सीख लेनी चाहिए।-राजीव सिन्हा, थानाध्यक्ष, पीपरासी।
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