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कोरोना काल के दौरान चार जनवरी से खुले विद्यालयों में, निर्धारित मानक संचालक प्रक्रिया का पालन करते हुए वर्ग नौवीं से बारहवीं तक की कक्षा का संचालन किए जाने का औचक रूप से भौतिक निरीक्षण गुरुवार को किया गया। यह निरीक्षण अंचलाधिकारी पंकज कुमार सिंह ने अनुमंडल पदाधिकारी झंझारपुर शैलेश कुमार चौधरी के आदेश पर की। बताते चलें कि बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार के आदेश के आलोक में डीएम मधुबनी ने गुरुवार को विभिन्न अधिकारियों को औचक भौतिक निरीक्षण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का आदेश दिया था। सीओ पंकज कुमार सिंह जब फटकी कुट्टी चौक के निकट स्थित बुद्धि विकास विद्यापीठ का औचक भौतिक निरीक्षण करने पहुंचे तो वहां छोटे बच्चों की उपस्थिति देखकर दंग रह गए।
झोपड़ीनुमा चार घरों में 150 बच्चों को पढ़ाया जा रहा था
कमला तटबंध पर बने झोपड़ीनुमा चार घरों में लगभग 150 बच्चों को पढ़ाया जा रहा था। जिसमें सभी छात्र वर्ग एक से आठ तक के शामिल थे। सरकारी आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए एक महीने से इस स्कूल में वर्ग का संचालन किया जा रहा है। मौके पर स्कूल संचालिका रिंकू सिंह ने सीओ से माफी मांगते हुए तत्काल स्कूल बंद कर देने की बात कही। सीओ ने बताया कि डीएवी पब्लिक स्कूल की व्यवस्था सबसे बेहतर था। 18 जनवरी से प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों के खोलने का निर्णय लिया जाएगा। सीओ ने बताया कि जांच प्रतिवेदन एसडीओ के माध्यम से डीएम को भेजी जाएगी। बुद्धि विकास विद्यापीठ के संचालक विजय कुमार सिंह ने बताया कि दिसंबर महीने से ट्विशन के रूप में बच्चों को दो घंटा पढ़ाया जा रहा था। अद्यतन स्कूल बंद रखने की जानकारी मुझे नहीं थी। सीओ द्वारा निरीक्षण के दौरान जानकारी दिए जाने के बाद तत्काल ट्विशन का संचालन बंद कर दिया गया।
पॉजिटिव- आज आप बहुत ही शांतिपूर्ण तरीके से अपने काम संपन्न करने में सक्षम रहेंगे। सभी का सहयोग रहेगा। सरकारी कार्यों में सफलता मिलेगी। घर के बड़े बुजुर्गों का मार्गदर्शन आपके लिए सुकून दायक रहेगा। न...
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