जिले में बीते दो दिनों से यास की वजह से आई आंधी व झमाझम बारिश से किसानों को काफी नुकसान हुआ है। सबसे अधिक नुकसान आम व मूंग की फसल को हुआ है। वहीं, लोगों के घरों में भी पानी घुस गया है। शहर की जानी-मानी कॉलोनी विनोदानंद झा कॉलोनी के अधिकांश घरों में एक से डेढ़ फीट तक पानी घुस गया है। वहीं, सड़क पर तो नाव चलाने जैसी स्थिति बन गई है। कॉलोनी में रहने वाले विकास झा ने बताया कि हर साल हम लोगों के साथ यही समस्या उत्पन्न होती है। कहने के लिए हमलोग शहरी क्षेत्र में है।
सब कुछ नगर के हिसाब से सरकार को देते हैं लेकिन सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं मिलता है। यह तो पहली बरसात है। आगे का मंजर और भयानक रहता है। वहीं रिपू कुमार ने बताया कि जब तक जलनिकासी की समुचित व्यवस्था नही होती, यहां जलजमाव होता ही रहेगा। विभाग को चाहिए कि हम कॉलोनी के लोगों की परेशानी को देखते हुए जलनिकासी की शीध्र व्यवस्था कर इस परेशानी से निजात दिलाएं। यही हाल बैंकर्स कॉलोनी का भी है। बारिश व आंधी के एक साथ आने से जिले में कई जगहों पर मकान भी गिरने की सूचना है।
तेज आंधी के कारण 40 प्रतिशत कच्चे आम पेड़ से टूटकर गिरे
बारिश से आम ,मूंग व हरी सब्जी को काफी नुकसान हुआ है। आम के कारोबारी रंजीत पासवान, शिवजी मुखिया, संतोष मिश्र आदि ने बताया कि इस आंधी-तूफान के कारण आम के पेड़ से अच्छे आम 40 प्रतिशत से अधिक टूटकर गिर गए। अगर दस दिन बाद यह आंधी आती तो इतना नुकसान नहीं होता। वहीं, लगातार बारिश से नीचले भू-भाग में लगी सब्जी, मूंग, मक्का आदि के खेतों में एक से डेढ़ फीट पानी लग गया है। यदि बारिश बंद नहीं होगी तो यह सभी फसल गल जाएगी। वहीं शुक्रवार की रात से शनिवार की सुबह तक की बात करंे तो जिले में सबसे अधिक बारिश पंडौल, राजनगर व बिस्फी में हुई। वहीं सबसे कम बारिश लदनियां, लौकही व बाबूबरही में हुई है।
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