इनसाइड स्टोरी:नवंबर 2020 में भी मछली मारने काे लेकर हुई थी फायरिंग एफआईआर दर्ज करने के बाद भी पुलिस ने बरती लापरवाही

मधुबनी2 वर्ष पहले
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  • होली पर डीजे बजाने की व्यवस्था करने के दौरान 6 लोगों पर अंधाधुंध फायरिंग की गई, छाती, सिर और पेट में लगी गोली

बेनीपट्टी की पुलिस ने यदि समय रहते आपराधिक प्रवृति वाले लोगों पर एक समान कार्रवाई की होती तो आज थाना क्षेत्र के महम्मदपुर गांव में भीषण गोलीबारी देखने को नहीं मिलती। विगत 20 नवंबर 2020 को बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के गैबीपुर गांव में स्थित एक निजी तालाब में मछली मारने के सवाल पर गोलीबारी की घटित घटना में गंभीर रूप से जख्मी महम्मदपुर गांव के अमरेंद्र कुमार सिंह अाैर गैबीपुर गांव के गोलीबारी की घटना के मुख्य आरोपी प्रवीण झा के बीच मारपीट हुई थी। प्रवीण झा बंसी से निजी तालाब में मछली मार रहे थे। इसमें दोनों पक्षों के लोग घायल हुए थे। मारपीट के दौरान मौके पर पहुंचे अमरेंद्र कुमार सिंह के भाई व फ़िलहाल जेल में बंद संजय सिंह गंभीर रूप से घायल हुए थे।

संजय सिंह व अमरेंद्र कुमार सिंह का कहना था कि इस निजी तालाब में मछली का जीरा उनलोगों के डाला है और तालाब की खरीद का कागजात उनके नाम है तो फिर तालाब में मछली मारने वाले प्रवीण झा कौन होते हैं। जबकि प्रवीण झा का कहना था कि वो इस तालाब में मछली मारेंगे ही। मारपीट की घटना होने के बाद एक पक्ष के संजय सिंह ने प्रवीण झा सहित अन्य लोगों पर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। वहीं, दूसरे पक्ष के प्रवीण झा की ओर से बेनीपट्टी अनुमंडल के सोनई गांव के मुकेश साफी ने संजय सिंह, अमरेंद्र कुमार सिंह, मृतक बीरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बीरू आदि पर जातिसूचक शब्द कहने सहित अन्य आरोप लगाते हुए थाने में कांड अंकित कराया था।

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संजय सिंह के जेल जाने के बाद भी दोनों पक्षों में कायम रहा विवाद

संजय सिंह के जेल जाने के बाद दोनों पक्षों में विवाद कायम रहा। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विगत सोमवार 29 मार्च को होली के दिन दोपहर के करीब 2 बजे महम्मदपुर एवं पौआम गांव की सीमा के करीब जब मृतक रणविजय सिंह, बीरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बीरू व राजस्थान में पदस्थापित बीएसएफ के जवान राणा प्रताप सिंह अाैर गंभीर रूप से जख्मी रूद्र नारायण सिंह, अमरेंद्र कुमार सिंह व मनोज सिंह होली पर्व के उपलक्ष्य में डीजे बजाने के प्रबंध में लगे हुए थे कि इस बीच गैबीपुर गांव के प्रवीण झा, उसके भाई नवीन झा सहित करीब 10-12 अपराधी पूर्व अाैर पश्चिम दिशा से 4 बाइकों पर सवार होकर आए और बाइकों से उतरते ही गोलियों से छलनी कर दिया। मृतकों और घायलों को छाती, सिर व पेट में गाेली लगी है।

याेजनाबद्ध तरीके से अपराधियों ने वारदात काे दिया है अंजाम
डीएसपी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि अपराधियों ने महम्मदपुर गांव के अशोक सिंह के घर पर जुटकर योजनाबद्ध तरीके से इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया। मृतक बीरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बीरू अपने पीछे पत्नी व मात्र एक दस वर्ष के भीतर का पुत्र, रणविजय सिंह अपनी पत्नी व एक छोटा पुत्र व छोटी पुत्री अाैर बीएसएफ जवान राणा प्रताप सिंह पत्नी अाैर दो पुत्र व चार पुत्री छोड़ गए हैं। बताया जाता है कि राजस्थान में पदस्थापित मृतक बीएसएफ जवान राणा प्रताप सिंह होली मनाने मात्र चार दिन की छुट्टी पर अपने घर आए हुए थे। मृतक बीएसएफ जवान की चार में से दो पुत्रियों का विवाह होना अभी बांकी ही है।

वहीं दूसरी ओर सूत्रों के द्वारा बताया गया कि मुख्य आरोपी प्रवीण झा पक्ष के पौआम गांव के भोला सिंह के साथ मृतकों और घायलों ने पहले मारपीट की। इसकी सूचना पर प्रवीण झा के भाई नवीन झा व चंदन झा जब मौके पर पहुंचा तो इनलोगों के साथ भी उनलोगों ने मारपीट की। इसके बाद प्रवीण झा ने अन्य आपराधिक छवि वाले लोगों के साथ मौके पर पहुंचकर मृतकों अाैर घायलों पर पिस्टलों से गोली चलाई। एसपी डॉ. सत्यप्रकाश ने बताया कि मुख्य सहित सभी ज्ञात व अज्ञात अपराधियों को पकड़ने के लिए बेनीपट्टी के डीएसपी के नेतृत्व में सर्किल पुलिस इंस्पेक्टर राजेश कुमार व चार थानाध्यक्षों की एक टीम बनाई गई है। अपराधियों पर स्पीडी ट्रॉयल चलाकर फांसी की सजा न्यायालय से दिलाई जाएगी।