राज्य में काेराेना संक्रमण से मृत 3038 लाेगाें के आश्रितों को मुआवजा देने के लिए कटऑफ डेट खत्म हाेने के बाद भी 17 जिलों ने कागजात नहीं साैंपे। इसको लेकर राज्य सरकार ने कई बार संंबंधित जिले के सिविल सर्जन और एसीएमओ काे निर्देश भी दिया था। राज्य स्वास्थ्य समिति ने इसके लिए कटऑफ डेट 29 नवंबर 2022 निर्धारित की गई थी।
अब राज्य मुख्यालय ने इन मृतकाें के परिजनाें काे मुआवजा देने को लेकर अंतिम रूप से सत्यापन के लिए 17 जिलाें के सिविल सर्जन और 34 जिलों के एसीएमओ काे बुधवार काे पटना तलब किया है। कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पटना के विकास भवन में बुधवार काे 12.30 बजे से काेविड संक्रमण में मृत्यु की लाइन लिस्टिंग के साथ इन अधिकारियाें काे आने का निर्देश दिया है।
इन 3038 में से मुजफ्फरपुर जिले में 217 मृतकाें का मुआवजा विभिन्न कागजाताें के अभाव में फंसा हुआ है। मुख्यालय का निर्देश आने के बाद मंगलवार काे दिन भर आईडीएसपी विभाग संबंधित कागजात जुटाने में लगा रहा।
3038 आवेदन में 2006 ही स्वीकृत, 1032 के कागजात लंबित
कार्यपालक निदेशक ने सभी सीएस और एसीएमओ काे पत्र लिखकर कहा है कि उक्त जिले से मुआवजा के लिए कुल 3038 आवेदन प्राप्त हुए थे। इन आवेदनाें में कुल 2006 आवेदन ही स्वीकृति के याेग्य पाए गए थे। जबकि 1032 आवेदन आवश्यक कागजाताें के अभाव में लंंबित है।
बार-बार संबंधित जिले से कागजात भेजने की मांग की गई। लेकिन जिलाें ने संबंधित कागजात उपलब्ध ही नहीं कराए। 25 जनवरी काे एक साथ अंतिम रूप से इन सभी लंबित मामलाें का निष्पादन करने के लिए सभी काे बुलाया गया है।
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