माड़ीपुर रेल ओवरब्रिज के नीचे मंगलवार की रात गश्ती के लिए निकले आरपीएफ जमादार रमेश प्रसाद सिंह ने ऑटो चालक मोहम्मद फिरोज की पिटाई कर दी। जमादार की पिटाई से फिरोज ने दम तोड़ दिया। झुग्गी-झोपड़ी बस्ती के लोगों ने जमादार की जमकर पिटाई की और बंधक बना लिया। फिरोज अपने परिवार के साथ रेलवे लाइन किनारे झोपड़ी में रहता था। झुग्गी-झोपड़ी के लोगाें ने डेड बॉडी के साथ माड़ीपुर ब्रिज के नीचे रेलवे ट्रैक पर डेड बॉडी रख कर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
इससे मुजफ्फरपुर-हाजीपुर और मुजफ्फरपुर-मोतिहारी के बीच देर रात तक रेल सेवा ठप रही। मालगाड़ी को घेर कर लोगों ने बवाल मचाना शुरू कर दिया। माहौल बिगड़ते देख जिला पुलिस भी मौके पर पहुंची। स्टेशन से तमाम वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे। जीआरपी के डीएसपी हेडक्वार्टर अतनु दत्ता भी पहुंचे। अंतत: रात डेढ़ बजे स्थानीय लोगों से बातचीत कर मामला सुलझा लिया गया। इसके बाद एफआईआर की कवायद चल रही थी।
माेबाइल छिनतई के आरोप में हुई फिरोज की पिटाई
मृतक फिराेज की पत्नी लैला ने बताया कि रात करीब 9:00 बजे उसके पति रेलवे ट्रैक किनारे शौच करने गए। उस वक्त आरपीएफ के जमादार माड़ीपुर ओवरब्रिज के नीचे खड़े थे। उन्होंने उसके पति पर मोबाइल छिनतई का आरोप लगाया और पिटाई कर दी। फिराेज रेलवे ट्रैक पर वह गिर पड़े। बगल की दीवार में भी चोट लगी। फिराेज ने वहीं पर दम तोड़ दिया।
लेकिन, तसल्ली के लिए उसे जूरन छपरा रोड नंबर-1 में डॉक्टर के यहां ले गए। डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। उधर, रेल प्रशासन का कहना है पोस्टमार्टम से माैत के कारण का खुलासा होगा। परिजन गर्दन पर जख्म बता रहे हैं। जमादार ने कहा कि ऑटो चालक से उनकी कोई मुलाकात भी नहीं हुई। उनकी जेब से कुछ नहीं निकला है। सीसी कैमरे से इसकी पुष्टि हाे सकती है।
आरोपी जमादार ने कहा- बेवजह उसे फंसाया जा रहा
हत्या के आरोपी जमादार रमेश प्रसाद सिंह ने कहा कि शिकायत मिल रही थी कि माड़ीपुर पुल के नीचे नशापान किया जाता है। रेल यात्रियों के साथ मोबाइल छिनतई की भी घटना होती है। वह रात करीब 9:00 बजे आरपीएफ पोस्ट से निकल रेलवे ट्रैक होकर माड़ीपुर ब्रिज के नीचे पहुंचे। वहां से मालगाड़ी गुजरी। जीआरपी के भी 4 जवान गश्त पर थे। उन लोगों से बातचीत कर आरपीएफ पोस्ट लौट गए। तभी सूचना मिली कि वहां रेलवे कांट्रैक्टर के दो स्टाफ की बस्ती के लोग पिटाई कर रहे हैं। वह फिर वहां गए। तब उनकी पिटाई कर वर्दी फाड़ दी गई।
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