मुजफ्फरपुर के एक दर्जन छठ घाटों की बैरिकेडिंग कराने की कवायद शुरू कर दी गयी है। क्योंकि इन घाटों को जिला प्रशासन ने खतरनाक घोषित कर दिया है। यहां पर छठ पूजा करने में खतरा हो सकता है। खतरनाक घोषित किए गए घाटों में मीनापुर के कोदरिया घाट, हरशेर घाट, डुमरिया कोनम और जामिन मठिया घाट है। कटरा में धनौर हाई स्कूल घाट, कटरा पीपा पूल, अख्तियारपुर और पतारी और वरी चंदौली घाट है। कांटी में संगम घाट, सीढ़ी घाट, अखराघाट और आश्रम घाट समेत अन्य है।
बता दें कि हाल के दिनों में इन नदियों में पानी का उफान जोरों पर था। इससे भीषण बाढ़ की समस्या हुई थी। जलस्तर में तो गिरावट आ गयी है। लेकिन, सुरक्षा के दृष्टिकोण से यहां पर छठ करना खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए प्रशासन ने इसे खतरनाक घाट घोषित किया है।
बैरिकेडिंग के भीतर करेंगे छठ
शीघ्र हो इन घाटों पर बैरिकेडिंग कराने का काम शुरू किया जाएगा। बैरिकेडिंग के भीतर ही रहकर छठ व्रती सूर्य देवता को अर्घ्य देंगे। इसके आगे जाने पर सख्त पाबंदी रहेगी। नहाने के दौरान भी सतर्कता बरतनी होगी। बैरिकेडिंग के भीतर रहकर ही नहाएंगे। सुरक्षा के लिए इन घाटों पर NDRF और SDRF की तैनाती भी की जाएगी। मोटर बोट से टीम लगातार निगरानी करती रहेगी।
जाल से हटा रहे गन्दगी
इधर, शहर में पोखर में छठ करने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। RDS पोखर, बीबीगंज पोखर, साहू पोखर, गोविंदपुरी पोखर में जलकुंभी और गन्दगी का अंबार लगा है। नगर निगम द्वारा पोखर किनारे सफाई करवा रहा है। लेकिन, जलकुंभी हटाने में परेशानी हो रही है। इसे देखते हुए स्थानीय मछुआरे को बुलाया गया है। उन्हें मजदूरी देकर जाल से गन्दगी और जलकुंभी को साफ कराने का काम शुरू कर दिया गया है। ताकि छठ तक व्रत करने के लिए घाट और पोखर तैयार हो सके।
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