मुजफ्फपुर में सड़कों पर नाव चल रही है। बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। ग्रामीण आबादी भी बाढ़ के कहर से जूझ रही है। शहरी इलाकों की बड़ी आबादी परेशान है। जल जमाव होने के कारण लोग नाव का सहारा ले रहे हैं। नाविक लोगों से मनमाने रुपए वसूल रहे हैं।
बताते चलें कि जिले के अहियापुर थाना के शेखपुर ढाब में रह रहे लोगों की स्थिति दयनीय हो चुकी है। पूरे इलाके में बाढ़ का पानी जमा हो गया है, जिससे लोगों को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
लोग अपनी छतों पर रहने को मजबूर हैं, क्योंकि नीचे हर जगह पानी ही पानी है। यहां लोगों ने थर्माकोल की नाव बनाई है, जिससे यह किसी तरह अपना राशन-पानी लेने घर के बाहर मुश्किल से ही निकलते हैं। यहां के लोग 4 महीने इसी बदहाल स्थिति में जीते हैं, लेकिन इनकी सुनने वाला कोई नहीं है। मंत्री और विधायक यहां तब आते हैं, जब चुनाव का समय आता है।
छतों पर लोग बिता रहे जीवन
शेखपुर ढाब मोहल्ले के भीतर करीब 8 फिट से ज्यादा पानी लग चुका है। इसमें कई घर जलमग्न हो चुके हैं। लोगों ने बताया कि सड़क से जैसे-जैसे भीतर जाएंगे पानी उतनी गहरी होती जाएगी। कई घर आधे जलमग्न है। जबकि, झोपड़ी का घर डूब चुका है। लोग करीब 1 सप्ताह से छतों पर रह रहे हैं। प्रशासन सड़क तक आती है। फिर, वही से लौट जाती है। अंदर कोई नहीं आता।
मनमाना पैसे वसूल रहे नाविक
स्थानीय लोगों ने बताया कि शेखपुर ढाब मोहल्ले में करीब 10 हजार लोग रहते हैं। बाढ़ को देखते हुए प्रशासन के तरफ से इलाके में महज दो नाव उपलब्ध कराया गया। जिसके कारण निजी नाव का सहारा लिया जा रहा है। इसका फायदा निजी नाव संचालक और नाविक उठा रहे हैं। बताया गया कि जहां 10 रुपए किराए लगने थे, वहां 50 रुपए तक ले लिए जाते हैं। रात के समय 100 से 200 तक किराया वसूला जाता है।
10 ट्रेनों का परिचालन रद्द
समस्तीपुर मंडल के दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड के मुक्तापुर-समस्तीपुर स्टेशन के बीच डाउन लाइन पर कई जगह ट्रैक पर पानी का तेज बहाव है। इस वजह से मंगलवार को इस रूट की 10 ट्रेनों का परिचालन रद्द किया गया है।
इनका मार्ग बदला
समस्तीपुर-दरभंगा रूट पर आज रद्द की गईं ट्रेनें
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