मुजफ्फरपुर में बार-बार एक ही गलती दोहराई जा रही है। अभी तीन बच्चों की मौत का गलत डाटा पोर्टल पर अपलोड करने का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि फिर एक महिला की मौत का डाटा अपलोड कर दिया गया। ये स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का अजीबो गरीब कारनामा है। सिविल सर्जन डॉ. विनय शर्मा ने गुरुवार को इस मामले को लेकर सभी PHC प्रभारियों को सख्त हिदायत दी थी कि इस तरह गलती अगर दोबारा होती है तो प्रभारी भी ज़िम्मेवारी होंगे।
निर्देश के अगले दिन यानी शुक्रवार को फिर सरैया PHC में हटाए गए दोनों डाटा आपरेटरों की ID से एक महिला की मौत का डाटा स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया। ये मामला सामने आने के बाद महकमा में फिर हडकंप मच गया। आननफानन में इसमें सुधार किया गया। लेकिन, तब तक मामला तूल पकड़ चुका था। CS ने तत्काल PHC प्रभारी डॉ. सीसी शर्मा को कार्रवाई का निर्देश दिया। जिसके बाद नए डाटा ऑपरेटर सोनू कुमार को भी हटा दिया गया।
जिम्मेवारी से भाग रहे प्रभारी
बता दें कि PHC स्तर पर डाटा ऑपरेटरों से लगातार इस तरह की गड़बड़ी हो रही है। जीवित व्यक्ति को मृत बताकर डाटा अपलोड कर दिया जा रहा है। लेकिन, PHC प्रभारी इसकी मॉनिटरिंग नहीं कर रहे हैं। हद तो यह है कि एक दिन पहले सिविल सर्जन इसे लेकर सख्त हिदायत देते हैं और दूसरे दिन फिर वही गलती और उसी PHC स्तर से होती है। इससे साफ पता लगता है PHC प्रभारी अपनी जिम्मेवारियों से भाग रहे हैं।
महिला समेत दो पर FIR
इधर, सरैया थाना में वैक्सीनेशन के बाद बच्चों की मौत की गलत जानकारी अपलोड करने के मामले में PHC प्रभारी द्वारा दिए गए आवेदन पर FIR दर्ज कर लिया गया। इसमें हटाए गए ANM वैदेही कुमारी और डाटा ऑपरेटर वीरेंद्र कुमार को आरोपी बनाया गया है। केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
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