पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
गर्मी की धमक के साथ ही जिले में एईएस/चमकी बुखार ने मासूमाें काे आगाेश में लेना शुरू कर दिया है। एसकेएमसीएच में भर्ती एक बच्चे में एईएस पाए जाने पर स्वास्थ्य महकमा अलर्ट हाे गया है। सभी अस्पतालाें में जरूरी व्यवस्था के साथ-साथ प्रभावित गांवाें में जागरूकता अभियान चलाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। लेकिन, 2019 में ही हुए सर्वे के बाद प्रभावित परिवाराें काे पक्का आवास देने के लिए जाे लक्ष्य निर्धारित हुआ था, उसके 15 प्रतिशत से भी कम घर अब तक बने हैं। जबकि, डेढ़ साल से अधिक समय गुजर चुका है।
2019 में 400 से अधिक बच्चे इस भयावह बीमारी की आगाेश में आ गए थे। सरकार ने सोशल आडिट कराया ताे पक्का-हवादार मकान, बच्चों काे साफ-सफाई से रखने तथा पौष्टिक भाेजन कराने से बीमारी का असर कम हाेने की बात सामने आई। इसके बाद यह तय हुआ कि प्रभावित परिवारों काे यदि पीएम आवास योजना नहीं मिली है ताे सीएम योजना से आवास दिया जाए।
3034 परिवारों काे आवास देने का लक्ष्य भी तय हुआ। उनमें 2811 का रजिस्ट्रेशन हुआ। 2611 की जिओ टैगिंग कराई गई और 2430 के आवास स्वीकृत किए गए, लेकिन अभी सिर्फ 432 आवास का निर्माण पूरा हुआ है। अन्य चयनित परिवारों काे पहली किस्त की राशि मिली है। कई परिवार ताे आवास स्वीकृत कराने को चक्कर काट रहे हैं।
सेविका-सहायिका के पद रिक्त, बच्चों को लाभ नहीं
बता दें कि सरकारी स्तर पर सर्वेक्षण के बाद सरकार ने प्रभावित परिवारों के बच्चाें काे आंगनबाड़ी केंद्राें के माध्यम से समुचित पोषण उपलब्ध कराने का भी निर्णय लिया था। लेकिन, अब तक जिले में बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी केंद्राें में सेविका-सहायिकाओं के पद खाली हैं। इस कारण व काेराना काल के जारी रहने से अधिकतर बच्चों काे आंगनबाड़ी का लाभ नहीं मिल रहा है।
वैसे पिछले वर्ष लाेगाें काे जागरूक करने तथा बचाव के बेहतर प्रयास के कारण अन्य वर्षाें की अपेक्षा कम संख्या में बच्चाें काे एईएस हुआ। एसकेएमसीएच में पीआईसीयू वार्ड बन जाने से उनकी जान बचाना भी आसान हुआ। इस वर्ष तैयारी एसकेएमसीएच से पीएचसी-सीएचसी तक है। जागरूकता अभियान भी बड़े पैमाने पर चलाने की तैयारी है।
पॉजिटिव- आज आपकी प्रतिभा और व्यक्तित्व खुलकर लोगों के सामने आएंगे और आप अपने कार्यों को बेहतरीन तरीके से संपन्न करेंगे। आपके विरोधी आपके समक्ष टिक नहीं पाएंगे। समाज में भी मान-सम्मान बना रहेगा। नेग...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.