थाना क्षेत्र के कोरियाही और मेघपुर गांव में शनिवार की रात पुलिस-पब्लिक के बीच हिंसक झड़प हो गई। इसमें कई लाेग घायल हो गए। पुलिसिया कार्रवाई से आक्रोशित लोगों ने रविवार को सुरसंड-मेघपुर पथ को सात घंटे तक जाम कर हंगामा किया। कोरियाही गांव और मेघपुर गोरख टावर चौक पर शनिवार की रात उस समय पुलिस-पब्लिक के बीच हिंसक झड़प शुरू हो गई, जब पुलिस ने मां दुर्गा पूजा समिति द्वारा बनाई जा रही प्रतिमा को हटाने पहुंची।
यह सुनते ही ग्रामीण जुट गए और पुलिस का विरोध किया। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस विभिन्न मूर्तियों की प्रतिमा उठाकर जबरन विसर्जन कराने पर अड़ी थी। पुलिस ने मां दुर्गा की प्रतिमा के साथ बने गणपति, सरस्वती, कार्तिक, लक्ष्मी आदि की छोटी-छोटी मूर्तियाें को उठवा कर पूजा स्थल से करीब एक किलोमीटर दूरी सरेह के पानी में फेंकवा दिया।
स्थिति गंभीर होते देख पुलिस को फोर्स मंगवानी पड़ी। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हवाई फायरिंग की। इस दौरान मेघपुर गांव निवासी पलक चौधरी का पुत्र राघवेंद्र चौधरी गोली से जख्मी हो गया, जिसे इलाज के लिए सीतामढ़ी के निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया। हालांकि पुलिस का कहना है कि गोली ग्रामीणों की फायरिंग में गाेली लगी है। रोड़ेबाजी व लाठीचार्ज में ग्रामीण सुशील चौधरी, उमेश चौधरी, सुनील झा, सर्किल इंस्पेक्टर अरुण कुमार, अंचलाधिकारी संजय कुमार, अवर निरीक्षक ललन सिंह समेत 12 से अधिक लोग घायल हो गए।
पुलिस पर दान के रुपए जेवर ले जाने का आरोप
भाजपा मंडल अध्यक्ष सुरेश कुमार मिश्र ने जांच कर कार्रवाई की मांग की। पूजा समिति के अध्यक्ष ब्रजेश चौधरी, उपाध्यक्ष राकेश चौधरी, सचिव बृजेश मंडल व कोषाध्यक्ष साकिर हुसैन आदि ने कहा कि साजिश के तहत बिना सूचना के पुलिसकर्मियों द्वारा फायरिंग की गई है। कहा कि पुलिस कर्मी दान की राशि नकद 55 हजार व एक लाख रुपए मूल्य के जेवर ले गए।
बदमाशों ने साजिश कर ग्रामीणों को भड़काया
सुरसंड थानाध्यक्ष भोला प्रसाद सिंह ने बताया कि शनिवार की रात पुलिस गश्त लगा रही थी। इसमें अंचलाधिकारी, सर्किल इंस्पेक्टर के साथ कई अधिकारी शामिल थे। इसी बीच दो-तीन संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही थी। इसी बीच एक बदमाश मेघपुर स्थित एक मंदिर में लगे माइक से अफवाह फैलाते हुए घोषणा कर दी कि पुलिसवाले मारपीट कर रहे हैं।
प्रमोद कुमार यादव, एएसपी, सीतामढ़ी
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