सीएम नीतीश कुमार के सामने पूरी हिम्मत से सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की समस्या को रखने वाला नीमाकोल गांव निवासी सोनू कुमार अब सेलिब्रेटी बन चुका है। मीडिया से लेकर नेता , कलाकर, मॉडल और सामाजिक कार्यकर्ताओं का उससे मिलने के लिए तांता लगा हुआ है। मंगलवार को पूर्व उप मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने गांव जाकर सोनू और उसके परिवार से मुलाकात की। श्री मोदी ने सोनू को पढ़ाई से संबंधित हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया। उन्होंने मैट्रिक परीक्षा पास होने तक उसके खाते में प्रत्येक माह दो हजार रुपए की मदद करने का आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने नवोदय स्कूल में नामांकन कराने का भी भरोसा दिया। उन्होंने वस्त्र देकर सोनू का मनोबल बढ़ाया। सुशील मोदी ने कहा कि सोनू एक छात्र होनहार है। छात्र ने अपनी बुद्धि एवं हिम्मत जुटाकर मुख्यमंत्री से कल्याण विगहा में अपनी बात रखी थी। इससे पूरे देश का ध्यान इस बच्चे की तरफ गया है। मुख्यमंत्री ने इसे गंभीरता से लेते हुए बच्चे की हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया था। पूर्व उप मुख्यमंत्री आधे घंटे तक गांव में रुके रहे। गांव के बुद्धिजीवियों से कई मुद्दे पर चर्चा की। 2021 की मिसेज इंडिया खिताब विजेता किशनगंज की बबीता मिश्रा ने भी नीमाकोल गांव पहुंचकर बच्चे एवं उनके अभिभावक से मिलकर हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि यह बच्चा आगे चलकर देश का नाम रोशन करेगा। बता दें कि सीएम नीतीश कुमार के पैतृक गांव कल्याण विगहा में कार्यक्रम के दौरान 11 वर्षीय छात्र सोनू सीएम स्व निर्भिक होकर मिला। तब उसे यह पता नहीं था कि सीएम के समक्ष बिहार के सरकारी स्कूल की व्यवस्था व शराबबंदी व्यवस्था की पोल खोलने के बाद वह अचानक देश का हीरो बन जायेगा। उस दिन के बाद वह सोशल मीडिया सहित, टीवी चैनल व प्रिंट मीडिया का आकर्षण बना हुआ है। गांव में रहने के बावजूद लोग उसे अपने कैमरे में कैद करने व उससे इंटरव्यू ले रहे हैं। लोग उसके बेबाक तरीके से बात करने के कायल हैं।
पढ़कर आईएएस बनने का है सपना
हर लोगों का अपना एक नशा है। किसी को शराब का, किसी को जुआ खेलने का तो किसी को आपराधिक घटना में लिप्त रहने का। वहीं सोनू को पढ़कर आईएएस बनने का सपना है। उसके मुंह से यूपीएससी, आईएएस व आईपीएस के अलावा कुछ नहीं निकलता है। उसे बस एक ही ललक है पढ़-लिखकर आईएएस बनकर समाज एवं देश की सेवा करें।
जिला प्रशासन अब भी है मौन
निमाकोल गांव के मेधावी छात्र सोनू कुमार को लेकर जिला प्रशासन अब भी मौन है। सरथा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि रविशंकर कुमार ने बताया कि कल्याण बिगहा में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान सोनू द्वारा सरकारी व्यवस्था की पोल खोले जाने के बाद जिला प्रशासन ने रुचि दिखाई थी। लेकिन अब मौन हो चुकी है। जिला के आलाधिकारियों से बात की गयी। लेकिन मीटिंग की बात कहकर टाल दिया गया।
व्यवस्था पर उठाया सवाल
मौजूदा व्यवस्था से नाराज सोनू ने बताया कि सीएम अच्छे हैं। उनका कार्यशैली भी अच्छी है। लेकिन व्यवस्था में मौजूद लोगों के ठीक नहीं होने के वजह से सब कुछ अच्छा नहीं हो रहा है। सीएम के जैसे सब हो जाएं तो बिहार तरक्की पर चला जायेगा।
ट्यूशन पढ़ाकर खुद पढ़ता है| सोनू खुद पांचवी में पढ़कर अन्य ग्रामीण बच्चों को पढ़ता है। उसी से वह खुद पढ़ता है। इसे सरस्वती का देन ही माने कि सौ प्रतिशत शिक्षा से दूर व ग्रामीण परिवेश में रहने के बावजूद भी उसमें पढ़ने का ललक भरा हुआ है। पिता व माता दोनों ही अशिक्षित हैं।
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