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यूट्यूबर मनीष कश्यप की रिमांड मांगेगी EOU:खान सर समेत कई कोचिंग संस्थानों पर आर्थिक मदद का आरोप; IAS एकेडमी से 1 लाख का ट्रांजेक्शन

पटना2 महीने पहले
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तमिलनाडु विवाद में फेक वीडियो केस में यूट्यूबर मनीष कश्यप को रिमांड पर लेने के लिए EOU आज कोर्ट में अर्जी देगी। ईओयू मनीष कश्यप से दोबारा पूछताछ करेगी। इससे पहले रविवार को उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

ईओयू की अबतक की जांच में कई नई बातें सामने आई हैं। खान सर, आईएएस एकेडमी सहित एक दर्जन कोचिंग संस्थान जांच के दायरे में हैं। इन पर मनीष को आर्थिक मदद पहुंचाने का आरोप है।

मनीष के सच तक फाउंडेशन के खाते में आईएएस एकेडमी के खाते से एक लाख रुपए का ट्रांजेक्शन भी जांच के दायरे में है। इस संबंध में एकेडमी के डायरेक्टर से पूछताछ हो चुकी है। ईओयू दोबारा उन्हें पूछताछ के लिए बुलाएगी। साथ ही पुलिस खान सर से भी पूछताछ करेगी।

जांच में यह बात आई कि मनीष के कहने पर उसकी होर्डिंग कुछ कोचिंग संस्थानों ने पटना में लगाई थी। इसके लिए इजाजत भी नहीं ली गई थी। ईओयू ने इसकी जांच के लिए पटना पुलिस और नगर निगम को लिखा है।

भंगहा माई स्थान परिसर में हवन करने यूट्यूबर मनीष के समर्थन।
भंगहा माई स्थान परिसर में हवन करने यूट्यूबर मनीष के समर्थन।

रिहाई को लेकर किया हवन

यूट्यूबर मनीष कश्यप की रिहाई को लेकर उनके समर्थकों ने बेतिया में सोमवार को भंगहा माई स्थान परिसर में हवन किया। हवन पूजा में सैकड़ों की संख्या में समर्थक शामिल हुए। समर्थकों ने मंदिर परिसर में मनीष का बैनर पोस्टर लगाकर पूजा की। समर्थकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।

18 मार्च को मनीष ने बेतिया के जगदीशपुर ओपी में सरेंडर किया था, जिसके बाद थाने के बाहर समर्थकों की भीड़ जुट गई थी।
18 मार्च को मनीष ने बेतिया के जगदीशपुर ओपी में सरेंडर किया था, जिसके बाद थाने के बाहर समर्थकों की भीड़ जुट गई थी।

मनीष की ऑफिस से मिले कई सबूत

रविवार को पुलिस ने दादीजी लेन स्थित सच तक के दफ्तर में छापेमारी की। वहां से तीन डायरी, फ्लाइट के दर्जनों टिकट और अन्य कागजात जब्त किया है। डायरी में लाखों का हिसाब-किताब दर्ज है। रिमांड पर लेने के बाद पुलिस इस संबंध में भी मनीष से पूछताछ करेगी।

सच तक के दफ्तर में पांच स्टाफ काम करते हैं। सभी की सैलरी 10-15 हजार है। इसके बाद भी मनीष ने एक महिला कर्मी समेत कुछ अन्य कर्मियों के खाते में लाखों का ट्रांजेक्शन किया है। रविवार को सच तक के दो कर्मियों से भी ईओयू की टीम ने पूछताछ की है।

बड़े नेता से मिल रही थी मदद

मनीष ने पूछताछ में कई राज खोले हैं। तमिलनाडु प्रकरण में जिस तरह के फर्जी वीडियो उसने वायरल किए थे, उसके पीछे किन लोगों ने साथ दिया? इस सवाल का जवाब मनीष कश्यप ने दिया है। रविवार को सूत्रों के जरिए जो जानकारी सामने आई है, उसके अनुसार पर्दे के पीछे रहकर एक बड़े राजनेता मदद कर रहे थे। काफी दिनों से दोनों एक-दूसरे के कॉन्टैक्ट में थे। मनीष ने उस राजनेता का नाम भी EOU को बता दिया है।

इनके अलावा कुछ और लोग भी हैं, जो फर्जी वीडियो बनाने और उसे वायरल करने में मनीष की मदद कर रहे थे। अब EOU के सामने यह सवाल खड़ा हो गया है कि मनीष कश्यप की मदद करने वाले राजनेता का मकसद क्या है? वो क्यों फर्जी वीडियो को वायरल करवाने में लगे हुए थे? कहीं राज्य सरकार को बदनाम करने की साजिश तो नहीं चल रही थी? संभावना है कि इन सवालों का जवाब तलाशने के लिए EOU मददगार लोगों से संपर्क कर सकती है। उनके ऊपर भी कानूनी शिकंजा कस सकती है।

बेतिया में मनीष कश्यप के न्यू कॉलोनी के घर पहुंची पुलिस ने की पूछताछ

रविवार को यूट्यूबर मनीष कश्यप के न्यू कॉलोनी स्थित घर नगर थाने की पुलिस पहुंची और उसके परिजनों से पूछताछ की। जब पुलिस टीम उसके आवास पर पहुंची तो वहां सिर्फ महिलाएं थी। चार सदस्यीय टीम में दो पुरुष और दो महिला पुलिस पदाधिकारी थे। पूछताछ के बाद टीम वापस लौट गई।

नगर थानाध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि मनीष कश्यप के खिलाफ दर्ज केस के ताजा प्रकरण मामले में पुलिस उसके घर पूछताछ और जांच करने गई थी। हालांकि वहां से कुछ नहीं मिला है। एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि नगर पुलिस की टीम उसके घर गई थी।

18 मार्च को किया था सरेंडर

तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले का फेक वीडियो बनाने और उसे वायरल करने के आरोप में यूट्यूबर मनीष कश्यप ने 18 मार्च को सरेंडर किया था। मनीष ने बेतिया के जगदीशपुर ओपी में सरेंडर किया था। दरअसल, EOU और बिहार पुलिस लगातार मनीष कश्यप पर दबिश बना रही थी। शनिवार को बेतिया स्थित उसके घर की कुर्की की कार्रवाई की गई थी। इसी बीच मनीष ने सरडेंर किया था। मनीष कश्यप के सरेंडर की खबर मिलते ही थाने के बाहर बड़ी संख्या में उसके समर्थकों की भीड़ जुट गई थी।

तमिलनाडु वीडियो वायरल मामले में मुजफ्फरपुर से उपेंद्र सहनी गिरफ्तार

तमिलनाडु के त्रिपुर के वीडियो वायरल मामले में मुजफ्फरपुर से उपेंद्र सहनी की गिरफ्तारी हुई है। तमिलनाडु साइबर क्राइम थाने के सीनियर इंस्पेक्टर ए. चित्तरादेवी ने उसे रविवार को मझौली धर्मदास के पास से गिरफ्तार किया। वह मूल रूप से हथौड़ी के बरहद गांव का है। उसपर तमिलनाडु मामले का वीडियो वायरल करने का आरोप है। त्रिपुर थाने में मामला दर्ज है। इसी मामले में तमिलनाडु पुलिस ने यह कार्रवाई की। गिरफ्तार आरोपित उपेंद्र को दोपहर बाद मुजफ्फरपुर कोर्ट में पेश किया गया। इसके बाद उसे ट्रांजिट रिमांड पर तमिलनाडु पुलिस अपने साथ लेकर चली गई।

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14 दिनों की कस्टडी में यूट्यूबर मनीष कश्यप:EOU की पूछताछ में बड़े नेता से मदद का खुलासा; पटना ऑफिस से मिले कई डिजिटल एविडेंस

यूट्यूबर मनीष कश्यप को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। EOU ने आज शाम कोर्ट में पेश किया था। सोमवार EOU रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी देगी। इससे पहले आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की पूछताछ में मनीष कश्यप ने खुलासा किया कि बिहार के बड़े नेता उसकी मदद कर रहे थे। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें।

यूट्यूबर मनीष कश्यप से EOU-तमिलनाडु पुलिस कर रही पूछताछ:सवाल-समाज में अशांति फैलाने के पीछे का उद्देश्य क्या था, रिमांड पर लेने की तैयारी

बेतिया पुलिस ने शनिवार सुबह यूट्यूबर मनीष कश्यप के घर की कुर्की करने पहुंची। कुर्की की कार्रवाई करने के बाद ही मनीष ने जगदीशपुर आउट पोस्ट पर सरेंडर कर दिया। मनीष कश्यप को बेतिया से पटना लाया गया है। यहां आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की टीम और तमिलनाडु की स्पेशल पुलिस पूछताछ कर रही है। EOU की टीम मनीष कश्यप से सवाल करेगी कि तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों की पिटाई का फर्जी वीडियो वायरल करने और समाज में अशांति फैलाने के पीछे की मंशा का उद्देश्य क्या था? पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें।

थाने के बाहर समर्थकों की भीड़:तमिलनाडु फेक वीडियो केस में ढूंढ रही थी EOU; घर कुर्की करने पहुंची बेतिया पुलिस

तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले का फेक वीडियो बनाने और उसे वायरल करने के आरोप में यूट्यूबर मनीष कश्यप ने सरेंडर कर दिया है। मनीष ने बेतिया के जगदीशपुर ओपी में सरेंडर किया है। मनीष कश्यप को बेतिया एसपी और कई थानों की टीम अपनी सुरक्षा में लेकर निकल चुकी है।इधर मनीष कश्यप के सरेंडर की खबर मिलते ही थाने के बाहर बड़ी संख्या में उसके समर्थकों की भीड़ जुट गई है। बड़ी संख्या में युवा थाने की गेट पर जुटे हैं और नारेबाजी कर रहे हैं। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें

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