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असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति के लिए फरवरी से इंटरव्यू शुरू हो जाएगा। बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग (BSUSC) के चेयरमैन प्रो. राजवर्द्धन आजाद ने बताया कि पद से तीन गुणा ज्यादा अभ्यर्थियों को इंटरव्यू में शामिल किया जाएगा। इसके लिए 10 दिसंबर 2020 को 5:10 बजे तक 65996 ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिन अभ्यर्थियों ने हार्ड कॉपी भेजी है, उनकी संख्या 62 हजार के करीब है। आयोग इसकी स्क्रूटनी कर रहा है। बिहार के 13 विश्वविद्यालयों के 52 विषयों में 4648 पदों पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया चल रही है। इसमें बिहार से 31922, यूपी से 18554, प.बंगाल से 4786 आवेदन प्राप्त हुए हैं। दिल्ली से 848 और झारखंड से 2186 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। गोवा, लक्षद्वीप, मिजोरम से एक-एक आवेदन प्राप्त हुए हैं।
आयोग के चेयरमैन डॉ. राजवर्द्धन आजाद ने भास्कर को इंटरव्यू और नियुक्ति के संदर्भ में विस्तार से बताया। पेश है उनसे हुई बातचीत-
भास्कर : बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग ने आवेदनों की स्क्रूटनी कर ली है क्या ?
चेयरमैन : स्क्रूटनी की जा रही है। आवेदनों को डेट वाइज और विषयवार डाल रहे हैं।
भास्कर : नियुक्ति के लिए इंटरव्यू कब से शुरू हो जाएगा ?
चेयरमैन : हम चाहते हैं कि फरवरी में इंटरव्यू शुरू करा दें।
भास्कर : नियुक्ति की प्रक्रिया कब तक पूरी हो जाएगी?
चेयरमैन : इसी साल नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी कर देंगे।
भास्कर : लेकिन आपके पास मानव संसाधन की कमी है। कैसे इस साल ज्वाइनिंग हो पाएगी?
चेयरमैन : हां, यह सही है। हमारे यहां कर्मियों की फ्रेश बहाली भी नहीं है, लेकिन एक-एक स्टाफ को हमने इस कार्य में लगा दिया है। अपने PA तक को और मैं खुद भी इसमें लगा हुआ हूं। इसलिए उम्मीद है कि इस साल सारा कार्य निबटा लिया जाएगा।
भास्कर : असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति में दूसरे राज्य किसी न किसी रूप में अपने स्थानीय उम्मीदवारों को तरजीह दे रहे हैं। क्या इस नई नियुक्ति में भी स्थानीय अभ्यर्थियों को वरीयता देने पर आयोग विचार कर रहा है?
चेयरमैन : यह हर सरकार की पॉलिसी पर निर्भर करता है। बिहार सरकार की जो पॉलिसी है, हम उसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकते हैं। बिहार में स्थानीयता के आधार पर रिजर्वेशन नहीं है।
भास्कर : कुछ स्टूडेंट असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए लिखित परीक्षा की मांग अब भी कर रहे हैं। क्या इस तरह की मांग पर आयोग विचार कर रहा है ?
चेयरमैन : इसके लिए लिखित परीक्षा नहीं होगी। स्टैचुट में इसका प्रावधान नहीं है। इस बहाली में 100 नंबर एकेडमिक पर और 15 नंबर इंटरव्यू पर मिलेंगे। यही तय है।
भास्कर : पिछली नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर स्थानीय अभ्यर्थियों में काफी रोष रहा है। बड़ी संख्या में योग्य उम्मीदवार चयन से वंचित रह गए। इसमें सुधार लाने के प्रयास करेंगे?
चेयरमैन : एकेडमिक रूप से योग्य अभ्यर्थी निश्चिंत रहें। जब तक हम हैं, सब सही होगा। अभ्यर्थियों को चिंता करने की कोई बात नहीं है। मैं खुद 35 साल शिक्षक रहा हूं। डायरेक्टर तक का चयन किया है। स्टूडेंट को पीएचडी भी कराई है। इसलिए हर चीज की कीमत मालूम है।
भास्कर : पिछली नियुक्ति प्रक्रिया में एक्सपर्ट चयन को लेकर काफी विवाद हुआ था। एक्सपर्ट चयन को लेकर आयोग ने क्या नीति बनाई है? अभ्यर्थी काफी सशंकित हैं।
चेयरमैन : हम एक्सपर्ट का काफी ख्याल रखेंगे। किसी खास राज्य के बजाय कई राज्यों से एक्सपर्ट होंगे। अभ्यर्थी किसी तरह की शंका दिमाग से निकाल दें। मेरे लिए सबसे जरूरी योग्यता है। बिहार के लिए बड़ा विजन लेकर हम चल रहे हैं।
भास्कर : बिहार के विश्वविद्यालय में काम कर रहे अतिथि शिक्षकों को अनुभव का लाभ दिया जाएगा कि नहीं?
चेयरमैन : अनुभव तो काउंट किया ही जा रहा है। जिन्हें अनुभव का सर्टिफिकेट मिला है और वह विज्ञापन के अनुसार हैं तो वेटेज मिलेगा।
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