बिहार सरकार ने बुधवार को औरंगाबाद और भोजपुर SP को तत्काल प्रभाव से हटा दिया। औरंगाबाद जिले की कमान 2010 बैच के IPS सुधीर कुमार पोरिका और भोजपुर की कमान BPS से IPS अधिकारी बने राकेश कुमार दुबे संभाल रहे थे। भोजपुर SP के पास आरा के ही अश्वारोही विशेष सशस्त्र पुलिस का भी अतिरिक्त प्रभार था। दोनों SP पर आरोप है कि इन्होंने बालू के अवैध खनन पर रोक नहीं लगाया है। दोनों जिलों से राज्य सरकार के पास लगातार बालू के अवैध खनन की शिकायतें पहुंच रही थी।
पटना के ग्रामीण SP कान्तेश कुमार मिश्रा को सुधीर कुमार पोरिका की जगह औरंगाबाद का नया SP बनाया गया है। पटना के सिटी SP सेंट्रल विनय तिवारी को भोजपुर से हटाए गए राकेश कुमार दूबे की जगह भेजा गया है। वहां का उन्हें नया SP बन गया है। पटना में ASP लॉ एंड ऑर्डर की कमान संभाल रहे IPS स्वर्ण प्रभात को भागलपुर का सिटी SP बनाया गया है। वहीं, दानापुर के ASP विनीत कुमार को पटना का नया ग्रामीण SP बनाया गया है। जबकि, बाढ़ के ASP अम्बरीष राहुल को पटना के नया सिटी SP सेंट्रल बनाया गया है।
अवैध खनन को रोकने के लिए खनन विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर की तरफ से एक आदेश भी जारी किया गया था। इसके बाद भी लगातार पटना, भोजपुर, औरंगाबाद और सारण जिलों में बालू के अवैध खनन का खेल जारी था। फिलहाल जिले की कप्तानी से हटाए गए दोनों ही अधिकारियों को बिहार पुलिस मुख्यालय में तैनात किया गया है।
दो दिन पहले हटाए गए थे 4 इंस्पेक्टर और 14 सब इंस्पेक्टर
दो दिन पहले ही बिहार पुलिस मुख्यालय ने उन इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की थी, जिनकी पोस्टिंग उन थानों में थी, जिनके अंदर में बालू घाट या उनके इलाके से बालू लदी गाड़ियां गुजरा करती हैं। बालू के खेल में शामिल रहे 4 इंस्पेक्टर और 14 सब इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई कर दी गई है। उन्हें तत्काल प्रभाव से एक रेंज से हटाकर दूसरे रेंज में भेज दिया गया है।
इनमें पटना जिले में पोस्टेड दो थानेदार भी शामिल हैं। पटना के रानी तालाब थाना के थानेदार व इंस्पेक्टर सुनील कुमार-2 को कोसी रेंज यानी सहरसा भेज दिया गया है। बिहटा के थानेदार व इंस्पेक्टर अवधेश कुमार झा को पूर्णिया रेंज में भेजा गया है। इंस्पेक्टर दयानंद सिंह को सारण रेंज से हटाकर भागलपुर और औरंगाबाद से इंस्पेक्टर अरविंद कुमार गौतम को हटाकर बेगूसराय रेंज में भेज दिया गया है। इसी तरह भोजपुर, पटना, रोहतास, सारण और औरंगाबाद में तैनात 14 सब इंस्पेक्टर को भी दूसरे रेंज में भेज दिया गया।
कई परिवहन पदाधिकारी भी इधर से उधर किए गए
सूबे में अवैध बालू खनन पर कार्रवाई करते हुए पटना और औरंगाबाद के जिला परिवहन पदाधिकारियों को इधर से उधर किया गया है,.जबकि तीन मोटर यान निरीक्षकों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। सरकार ने 2 MI को मुख्यालय अटैच किया। इसी के साथ एक को सस्पेंड किया है। एमवीआई मृत्युंजय कुमार सिंह को परिवहन मुख्यालय में अटैच किया गया है। वे वेटिंग फॉर पोस्टिंग रहेंगे। साथ ही पटना के एमवीआई कुमार विवेक को भी परिवहन मुख्यालय अटैच किया गया है। वहीं भोजपुर के मोटरयान निरीक्षक विनोद कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है। इस संबंध में परिवहन विभाग ने आदेश जारी कर दिया है।
विभाग ने अपने आदेश में कहा है कि गृह विभाग ने 9 जुलाई 2011 को पत्र भेजा, जिसमें परिवहन विभाग के एमवीआई की संलिप्तता की बात कही गई। पत्र में कहा गया था कि एक मई 2021 से बालू उत्खनन का कार्य बंद करने के बाद भी अवैध बालू उत्खनन एवं गैरकानूनी व्यापार के संबंध में प्राप्त शिकायत के आलोक में आर्थिक अपराध इकाई से जांच कराई गई। आर्थिक अपराध इकाई के अपर पुलिस महानिदेशक के प्रतिवेदन में मानवीय व तकनीकी आसूचना संबंधित साक्ष्यों के आधार पर भोजपुर के मोटरयान निरीक्षक विनोद कुमार को अवैध बालू उत्खनन में संलग्न लोगों की मदद पहुंचाने का जिम्मेदार माना गया। इसके बाद उनसे स्पष्टीकरण पूछा गया। स्पष्टीकरण का जवाब संतोषजनक नहीं पाए जाने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया है।
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