ऑक्सीजन की कमी जानलेवा होती जा रही है। पटना के पालीगंज अनुमंडलीय अस्पताल में एक महिला ने ऑक्सीजन की कमी की वजह से छटपटा कर दम तोड़ दिया। 35 वर्षीय नीरू देवी अस्पताल के पास टेम्पो में दो घंटे तक पड़ी रही, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। इस दौरान वह बार-बार सांस लेने में तकलीफ की शिकायत करती रही। परिजन हाथ के पंखे से हवा देते रहे। बगल में खड़े एक एम्बुलेंस में भी महिला को ले जाकर रखा गया, इस आस में कि उसमें ऑक्सीजन होगा। लेकिन महिला की किस्मत खराब निकली और अस्पताल के गेट पर ही उसकी मौत हो गई।
कोरोना किट पहनने में लगे थे अस्पताल कर्मी
मृतक के पति अचल कुमार ने रोते हुए कहा कि यदि समय पर ऑक्सीजन मिल जाता तो मेरी पत्नी जिंदा होती। हॉस्पिटल की व्यवस्था को कोसते हुए कहा कि यहां डॉक्टर केवल खानापूर्ति के लिए है। मेरी पत्नी दो घंटे तक टेम्पो में छटपटाती रही। मरते-मरते कहते रही कि सांस लेने में दिक्कत हो रही है। उसे पास में खड़ी एम्बुलेंस में ले जाकर भी रखा ताकि ऑक्सीजन मिल सके लेकिन उसमे भी नहीं था।
इस मामले में अस्पताल की उपाधीक्षक मीणा कुमारी ने कहा कि मरीज को देखने के लिए कर्मियों द्वारा कोरोना किट पहना जा रहा था, इसी बीच उसकी मौत हो गई। पालीगंज SDO मुकेश कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।
मौत के बाद अस्पताल परिसर में हंगामा भी हुआ
मसौढ़ी कला के अचल कुमार की 35 वर्षीय पत्नी नीरू देवी दो-तीन दिनों से बीमार थी। एक दिन पहले उनका कोरोना टेस्ट भी कराया गया था, जिसकी रिपोर्ट नहीं आई है। शुक्रवार शाम उसकी तबियत अचानक ज्यादा खराब हो गई। बीमार नीरू देवी को सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। परिजन उसे पालीगंज हॉस्पिटल ले गए, जहां वह टेम्पो पर लगभग दो घंटों तक छटपटाती रही और फिर उसकी मौत हो गई। मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया। इस वजह से कुछ देर के लिए अस्पताल में अफरातफरी की स्थिति बन गई थी।
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