19 मार्च की दोपहर 1:30 बजे पटना के अल्पना मार्केट में ICICI बैंक के ATM में कैश डालने के दौरान अपराधियों ने 9 लाख रुपए कैश लूट लिए थे। साथ ही कैश वैन के सिक्योरिटी गार्ड लाल साहब सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इनके डबल बैरल गन को भी अपराधियों ने उस दिन लूट लिया था। अब इस मामले में पटना पुलिस ने खुलासा कर दिया है। वारदात के चौथे दिन सिटी SP सेंट्रल विनय तिवारी ने वारदात की पूरी स्टोरी सामने रख दी। दिन-दहाड़े कैश लूट और हत्या के इस वारदात को सीतामढ़ी के रहने वाले अपराधियों ने अंजाम दिया था। प्लानिंग से लेकर अंजाम तक पहुंचाने में कुल 4 अपराधी शामिल थे। इनमें तीन अपराधी सीधे तौर पर वारदात को अंजाम देने में शामिल थे, जबकि एक लाइनर था।
मेन सरगना हिरासत में, 2 साथी फरार
मेन सरगना आदित्य रंजन उर्फ कन्हाई और लाइनर की भूमिका निभाने वाला व लूट के कैश को ठिकाने लगवाने वाला विक्की कुमार पकड़ा गया है। सिटी SP का दावा है कि इन दोनों को पाटलिपुत्रा थाना क्षेत्र के नेहरू नगर इलाके में किराए के एक मकान से पकड़ा गया है। इनके पास से लूट के 9 लाख में से पुलिस ने 5.25 लाख रुपयों को बरामद कर लिया है। इनके दो साथी अभी फरार चल रहे हैं। बाकी के रुपए उन्हीं के पास होने की संभावना है। पकड़े गए अपराधियों के पास से लूट के कैश के साथ ही दो देसी पिस्टल मिला है। इसी में से एक पिस्टल से सिक्योरिटी गार्ड को गोली मारी गई थी। इसकी जांच के लिए दोनों पिस्टलों को जांच के लिए FSL भेजा जाएगा। इसके अलावा 7 गोली, वारदात को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल की गई ब्लू कलर की बाइक, उस दौरान पहने गए कपड़े, हेलमेट और एक मोबाइल मिला है। सिक्योरिटी गार्ड से लूटे गए डबल बैरल की गन को पुलिस ने उसी दिन बरामद कर लिया था।
1.59 करोड़ लेकर चली थी कैश वैन
ICICI बैंक के पटना में अलग-अलग जगहों के ATM में जमा करने के लिए उस दिन कैश वैन भूतनाथ रोड स्थित ऑफिस से 1 करोड़ 59 लाख रुपए लेकर चली थी। अलग-अलग जगहों के 8-9 ATM में कैश जमा करते हुए वैन राजापुर पुल और बोरिंग रोड होते हुए अल्पना मार्केट पहुंची थी। अपराधी काफी दूर से उसका पीछा करते हुए आ रहे थे। जिस वक्त वारदात हुई, उस दौरान वैन में 59 लाख रुपए थे। पुलिस का दावा है कि इन अपराधियों की नजर वैन में रखे कैश पर नहीं थी। पहले से ही उनकी प्लानिंग ATM में कैश जमा करने के दौरान लूटने की थी। 18 मार्च को भी इन अपराधियों ने उसी जगह पर कैश लूटने की कोशिश की थी, लेकिन उस दौरान वे फेल हो गए थे। इस बात को कैश जमा करने वाली एजेंसी ने पुलिस को नहीं बताई थी।
डॉ. डेजी के अपहरण में वांटेड है कन्हाई
गिरफ्त में आया कन्हाई सिंह एक वांटेड अपराधी है। मूल रूप से सीतामढ़ी के पोखरभींडा का रहने वाला यह अपराधी काफी कुख्यात है। इसने सीतामढ़ी में फिरौती के लिए डॉ. डेजी का अपहरण किया था। इस मामले में यह अब भी फरार है। इसके ऊपर लूट, हत्या और अपहरण के करीब 14 आपराधिक मामले दर्ज हैं। पटना की पुलिस इसकी हिस्ट्री खंगाल रही है। पटना में वारदात को अंजाम देने के बाद दूसरे शहर में फरार होने की तैयारी थी। लेकिन, उसके पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया।
CCTV में दिखे हुलिया से हुई पहचान
इस केस में भी पटना पुलिस की मदद CCTV ने की। सिटी SP सेंट्रल के अनुसार वारदात के बाद से उनकी टीम घर-घर जाकर CCTV कैमरों के फुटेज खंगाल रही थी। इस काम में कई घंटे लगे। इसी दरम्यान कुछ जगहों के कैमरों के फुटेज में ब्लू कलर की बाइक पर 3 अपराधी और उनका हुलिया दिखा। इसी आधार पर जांच आगे बढ़ी। वारदात को अंजाम देने के बाद सभी अपराधी नेहरू नगर के उस मकान में गए थे, जहां उन्होंने अपनी पहचान बदल कर किराए पर कमरा लिया था। इस मामले में कुछ वैसे चश्मदीद भी पुलिस को मिले थे, जिन्होंने अपराधियों को जाते हुए देखा था। जांच करते हुए पुलिस की टीम इन तक पहुंच गई थी। अब तलाश इनके दो साथियों की है, जिसके लिए सीतामढ़ी में भी छापेमारी हुई है।
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