पटना के NMCH में 84 डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से हड़कंप मच गया है। NMCH से 194 लोगों का सैंपल लिया गया था। अब यहां इलाज करा रहे मरीजों में कोरोना चेन बनने की संभावना लग रही है। कई मेडिकल स्टॉफ भी चपेट में आ सकते हैं। क्योंकि, जिन डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, वे ड्यूटी पर थे। मेडिकल स्टॉफ के साथ-साथ मरीजों के भी संपर्क में थे।
1000 पार हुई एक्टिव मामलों की संख्या
वहीं, रविवार को बिहार में कुल 352 नए मामले आए हैं। सबसे अधिक पटना में 142 मामले आए। जबकि, गया में 110 नए मामले आए हैं। वहीं मुंगेर और जहानाबाद में 13-13 नए मामले आए हैं। बिहार में एक्टिव मामलों की संख्या 1000 पार हाे गई है।
रविवार को 352 नए मामले आने के बाद एक्टिव मामले बढ़कर 1074 हाे गए हैं। रिकवरी रेट भी अब घटकर 98.19 हो गया है। कोरोना की रफ्तार का यह हाल तब है जब जांच एक लाख से भी कम हुई है। 24 घंटे में 95875 लोगों की ही जांच हो पाई है। संक्रमण के बढ़ते खतरे को लेकर बिहार सरकार ने अलर्ट किया है।
राज्य में एक दिन में कोरोना के नए मामलों में 77% वृद्धि हुई है। IGIMS के 4, AIIMS के 2, ESIC अस्पताल बिहटा की एक महिला डॉक्टर और PMCH के एक डॉक्टर की पत्नी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव है। NMCH की इमरजेंसी में 16 डॉक्टरों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
डॉक्टरों के संक्रमित होने से संक्रमण फैलने का बड़ा खतरा है, क्योंकि हाल में IMA के अधिवेशन में डॉक्टर शामिल हुए थे। ऐसे में संक्रमण को लेकर बड़ा खतरा है। अगर अधिवेशन में संक्रमितों के संपर्क में आने वालों की संख्या बढ़ी तो डॉक्टरों और संपर्क में आने वाले मरीजों व हेल्थ वर्करों की बड़ी चेन तैयार हो जाएगी।
बता दें, शनिवार को पटना में 136 नए संक्रमित राज्य में मिले थे। वहीं इससे पहले शुक्रवार को मिले संक्रमित मरीजों में अमेरिका से कंकड़बाग, इंग्लैंड से लोहियानगर और नीदरलैंड से कदमकुआं आए लोग भी शामिल हैं। इसके अलावा अंडमान निकोबार और महाराष्ट्र से आए दो लोग भी संक्रमित हैं।
30 जून को आए थे 260 मामले
इसके पहले 30 जून 2021 को एक दिन में 260 मामले आए थे। संक्रमण की रफ्तार ऐसे ही बढ़ी तो कोरोना का पीक फरवरी में आ जाएगा। सरकार भी संक्रमण की रफ्तार को देख अस्पतालों की तैयारी में जुट गई है। बेड से लेकर ऑक्सीजन की तैयारी की जा रही है। अब ऐसे मामले आ रहे हैं जिसमें मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा है। पटना AIIMS में ऐसे मरीज भर्ती हुए हैं जिसमें संक्रमण के बाद सांस लेने में तकलीफ हुई है।
नए संक्रमण के टॉप 5 जिले
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