बक्सर जिले के धनसोई थाना क्षेत्र स्थित मानिकपुर हाई स्कूल परिसर में तकनीकी खराबी के कारण चिनूक विमान का इमरजेंसी लैंडिंग के बाद पिछले तीन दिनों से रिपेयरिंग में एक्सपर्ट जुटे हुए हैं। ग्रामीण भी अपने ट्रैक्टर को लेकर कुदाल खांची ले विमान को उड़ान भरने में सहयोग कर रहे हैं। हालांकि, शनिवार की सुबह तक भारतीय वायु सेना का सीएच-47 एफ चिनूक हेलीकॉप्टर की तकनीकी खराबी को दूर नहीं किया जा सका है।
25 अगस्त को इमरजेंसी लैंडिंग
25 अगस्त को इलाहाबाद से आर्म्स लेकर बिहटा एयरफोर्स स्टेशन जा रहा चिनूक बक्सर के धनसोई थाना क्षेत्र के मानिकपुर में इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी। वायुसेना के सूत्रों के मुताबिक आगे के कॉकपीट से चिंगारी निकलने के बाद चिनूक हेलीकॉप्टर की आपात लैंडिंग कराई गई थी। हांलाकि, चिनूक के बनाने वाले एक्सपर्ट मौके पर पहुंच कर पिछले तीन दिनों से बनाने में लगे हुए हैं। लेकिन, इस तकनीकी खामी को दूर करने में असफल रहे हैं। वहीं इस मामले में एयरफोर्स के अधिकारी भी कुछ कह नहीं रहे हैं।
हेलीकॉप्टर की खरीद पर भी उठ रहे सवाल
पहली बार उतरा युद्ध के दौरान इस्तेमाल होने वाला चिनूक हेलीकॉप्टर कौतुहल का विषय बना हुआ है। हेलीकॉप्टर को देखने के लिए दूर दूर से लोग पहुंच रहें हैं। मानिकपुर गांव में भारी मेला जैसा नजारा देखने को मिल रहा है। वायु सेना के जिस हेलीकॉप्टर को देखने के लिए लोग उत्सुक हैं उस हेलीकॉप्टर की खरीद पर भी सवाल उठाए जा रहें हैं। ग्रामीण कहते हैं कि एक दम नया व अत्याधुनिक हेलीकॉप्टर लगभग तीन वर्षों में हीं इलाहाबाद से बिहटा जाने के दौरान तकनीकी खराबी आ गयी, और ऐसी खराबी की तीन दिनों बाद भी नहीं बन रहा है। यह सवालों का विषय है। जिसका जवाब भी आला अधिकारीयों को देना चाहिए।
स्थानीय पुलिस के छूट रहे पसीने
दूसरी ओर चिनूक हेलीकॉप्टर के आपात लैंडिंग के बाद स्थानीय धनसोई थाने की पुलिस सुरक्षा को लेकर काफी परेशान है। धनसोई पुलिस के जवानों को दिन रात हेलीकॉप्टर की सुरक्षा में तैनात रहना पड़ता है। जिसके कारण पुलिस अन्य कार्यों को संपादित नहीं कर पा रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पंचायत चुनाव में पुलिस के काम और बढ़ चुके हैं। लेकिन, हेलीकॉप्टर की सुरक्षा को लेकर पुलिस बल के जवानों की ड्यूटी से अन्य कार्य नहीं हो पा रहा है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.