जहरीली शराब से हो रही मौतों की वजह से नीतीश कुमार की सरकार राजनीतिक दलों के निशाने पर आ गई है। चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने भी गुरुवार को अपने बयानों के जरिए नीतीश सरकार को घेरा है। पार्टी के प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी ने तो सीधे तौर पर अविलंब बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर दी है। बेतिया और गोपालगंज मिलाकर कुल 21 लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है। दिल दहला देने वाली इस घटना से दीपावली के त्योहार की चमक फीकी पड़ गई है। इसी वजह से चिराग पासवान की पार्टी ने दीपावली नहीं मनाने का फैसला लिया है।
बड़ी बात यह है बिहार में शराबबंदी के बाद भी जहरीली शराब राज्य के अंदर न सिर्फ बनाई जा रही है, बल्कि उसे लगातार लोगों तक पहुंचाई भी जा रही। जहरीली शराब का कहर मुजफ्फरपुर जिले में भी दिख चुका है। इन कांडों का सीधा जिम्मेवार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ठहराया है, इसलिए बिहार की बागडोर नीतीश कुमार के हाथों से लेकर सेना के हाथों में सौंप देनी की मांग की गई है।
गोपालगंज में 13 और बेतिया में 8 लोगों की जान गई, 16 की हालत गंभीर
पार्टी ने अपने स्तर से बनाई जांच कमेटी
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) चाहती है कि गोपालगंज और बेतिया में हुए जहरीली शराब कांड पर बिहार सरकार जल्द से जल्द एक सर्वदलीय बैठक बुलाए। सभी दलों से बात करे और उनके सवालों का जवाब दे। दूसरी तरफ पार्टी ने भी अपने स्तर से एक कमेटी बनाई है। यह कमेटी घटनास्थल पर जाएगी। मरने वालों के परिवार से मिलेगी। उनसे बात करेगी। वहां हर पहलू पर जांच करेगी। इसकी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी।
जहरीली शराब पीने से अब तक जा चुकी 21 जानें
गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से 13 और बेतिया में 8 लोगों की मौत हुई है। अब तक कुल 21 लोगों की जान जा चुकी है। जबकि, 16 लोगों की हालत गंभीर है। उनका इलाज हॉस्पिटल में चल रहा है। इस मुद्दे पर बिहार सरकार की तरफ से आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया है। राज्य सरकार और उनके अधिकारी लगातार कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
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