बिहार के मुंगेर में सोमवार रात मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में पुलिस की बर्बरता साफ दिख रही है। पुलिस ने यहां काफी संख्या में इकट्ठा हुए लोगों पर लाठियां बरसाईं। इस दौरान मां दुर्गा की प्रतिमा सड़क पर रखी हुई थी। पुलिस से बचने के लिए लोग बदहवास होकर भागे थे।
वीडियो में साफ दिख रहा है कि पुलिस की पिटाई से बचने के लिए कुछ लोग प्रतिमा के पास लेट गए। इसके बावजूद सुरक्षाकर्मियों ने लगातार इन पर लाठियां बरसाईं। इस दौरान आस-पास के घरों से भी लोगों की आवाज आ रही थी। वो पुलिस की बर्बरता पर हैरान थे। वीडियो में साफ सुनाई दे रहा है कि लोग कह रहे हैं कि देखो कितनी बेरहमी से माता के भक्तों को पुलिस पीट रही है।
वीडियो की पुष्टि नहीं
हालांकि, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ये वीडियो गोली चलने के पहले का है, या इसके बाद का, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। दरअसल, शहर के दीनदयाल उपाध्याय चौक पर सोमवार देर रात प्रतिमा विसर्जन चल समारोह के दौरान पुलिस बल पर भीड़ की ओर से फायरिंग और पथराव की खबर आई थी। पुलिस का कहना था कि भीड़ की ओर से पुलिस फायरिंग की गई है। इसमें एक थानेदार का सिर फट गया था और 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। वहीं, अनुराग पोद्दार नाम के व्यक्ति की मौत हो गई थी।
अफवाह फैलाकर टीम पर पत्थर फेंके- पुलिस
पुलिस के मुताबिक, अफवाह फैलाई गई और टीम पर पत्थर फेंके गए। इसके बाद भीड़ से कुछ लोगों ने पुलिस पर फायरिंग भी की। मौके पर तीन हथियार, गोलियां और खोखे बरामद किए। मुंगेर की एसपी लिपि सिंह ने बताया था कि भीड़ की ओर से फायरिंग की गई थी।
पुलिस ने भी हालात काबू करने के लिए हवाई फायरिंग की थी। सोमवार रात की हिंसा का एक वीडियो सामने आया था। एक पुलिसकर्मी के हाथों में पिस्टल भी दिख रही थी। जिनके हाथ में पिस्टल दिखी वो बासुदेवपुर थाने के दारोगा बताए जा रहे हैं।
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