पशुपति नाथ पारस के चिराग पासवान से नाता तोड़ने के बाद पहली बार सांसद और लोजपा पारस गुट के प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज ने पटना में प्रेस से बात की। उन्होंने रविवार को लोजपा और दलित सेना के सभी प्रदेश पदाधिकारी और जिलाध्यक्षों और राष्ट्रीय पदाधिकारी की संयुक्त व विस्तारित बैठक बुलाई। बैठक के बाद उन्होंने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य स्व. रामविलास पासवान की विचारधारा को मजबूत करना है। इस अवसर पर बिहार के पूर्व मंत्री हिमराज सिंह ने अपने समर्थकों के साथ प्रिंस राज के समक्ष लोजपा की सदस्यता ग्रहण की और अपनी पार्टी राष्ट्रीय लेबर पार्टी का लोजपा में विलय किया।
पुराने कार्यकर्ता भी बैठक में आए
प्रिंस राज ने लोजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में कहा कि पंचायत स्तर तक लोजपा और दलित सेना का संगठन तैयार करने व बूथ स्तर तक कमिटी बनाने का लक्ष्य सभी साथियों को दिया गया है। कहा कि बहुत सारी पार्टी के अनुभवी और पुराने लोग विगत एक वर्ष से पार्टी छोड़कर किन्हीं कारणों से चले गए थे, आज की बैठक में उनकी वापसी हुई है।
कोई किसी तरह के भ्रम में न रहे, पार्टी में कोई गुट नहीं है
प्रिंस राज ने आगे कहा कि आज भी हमारा मानना है कि लोजपा के छह सांसद हैं और लोजपा के सभी साथी और सभी नेता राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस के प्रति एकजुट हैं। लेकिन कुछ लोग मीडिया के माध्यम से भ्रम फैला रहे हैं। कोई भी किसी भ्रम में न रहे। पार्टी में कोई गुट नहीं है। उन्होंने कहा कि पशुपति कुमार पारस का पटना में राष्ट्रीय अध्यक्ष का निर्वाचन पूरी तरह से लोजपा के संविधान और चुनाव आयोग के नियम के अनुरूप हुआ है।
कई नेताओं ने रखी बात
बैठक में पार्टी के सभी जिलाध्यक्षों और दलित सेना के जिलाध्यक्षों ने भी प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष पार्टी को मजबूत करने और पार्टी का विस्तार करने के लिए अपने विचार रखे। बैठक का संचालन प्रधान महासचिव केशव सिंह ने किया। बैठक को मुख्य रूप से पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व सांसद के अलावा सूरजभान सिंह, पूर्व विधायक सुनील पांडे, पूर्व विधायक अनिल चौधरी, पूर्व विधायक सुनीता शर्मा, राष्ट्रीय महासचिव वीरेश्वर सिंह, उषा शर्मा आदि ने संबोधित किया।
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