पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
सचिवालय के 500 मीटर दूर इंडिगो के स्टेशन हेड रुपेश सिंह की अपने अपार्टमेंट के नीचे मंगलवार शाम हत्या के बाद मुख्यमंत्री ने पुलिस को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। इसमें से 20 घंटे से ज्यादा बीत चुके हैं और हत्यारों तक पहुंचने के लिए गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को ठेकेदारी से जुड़े विवाद की जानकारी हाथ लगी है। पुलिस की विशेष टीम रुपेश सिंह की आकर्षक छवि को लेकर एयरपोर्ट पर भी हत्या का राज ढूंढ़ रही है, लेकिन उसने अब पूरा ध्यान इंडिगो मैनेजर के भाई के नाम पर चल रहे ठेकेदारी के काम से जुड़े विवादों की ओर केंद्रित कर दिया है। रुपेश के बड़े भाई JDU से जुड़े हैं और इन्हीं के लिए टेंडर मैनेजमेंट में रुपेश सक्रिय थे।
पटना, सारण से ज्यादा गोपालगंज पर जांच केंद्रित
मुख्यमंत्री की सख्त ताकीद और 48 घंटे के अल्टीमेटम के कारण पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी है। हाई प्रोफाइल मर्डर के कारण चौतरफा खिंचाई से पुलिस भी सक्रिय हुई है। सारण के मूल निवासी रुपेश पटना में रह रहे थे, लेकिन जांच टीम को गोपालगंज से जुड़े टेंडर के विवाद का सुराग मिला है। छपरा से किसी तरह का विवाद टीम को हाथ नहीं लगा है, जबकि पटना में एयरपोर्ट पर पुलिस हरेक से पूछताछ कर रुपेश से गहरे जुड़े हर व्यक्ति तक पहुंचने की कोशिश में लगी है। टेंडर विवाद से जुड़े सुराग को लेकर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है और बुधवार शाम तक ही सुपारी किलर्स तक पहुंचने की कोशिश चल रही है। बुधवार दोपहर पुलिस मुख्यालय ने प्रेस नोट जारी कर FSL की मदद से SIT और STF के इस मामले में अनुसंधान की औपचारिक जानकारी भी दी।
राजनीति-सरकार में पैठ से दिलवाते थे टेंडर
सारण के जलालपुर निवासी रुपेश सिंह के भाई पेशे से ठेकेदार है। भाई को ठेकेदारी दिलाने में रुपेश की महत्वपूर्ण भागीदारी होती थी। रुपेश भले ही इंडिगो के स्टेशन मैनेजर थे, लेकिन उनकी पैठ राजनीतिक गलियारे से लेकर बड़े सरकारी अधिकारियों तक थी। ठेकेदारी के किसी विवाद में फुलप्रूफ प्लान के तहत सुपारी देकर हत्या करवाए जाने के एंगल से पुलिस की विशेष टीम जांच कर रही है।
बड़े भाई जदयू के जिला प्रवक्ता रहे हैं, वही लेते हैं टेंडर
रुपेश के बड़े भाई नागेश्वर (नंदेश्वर) सिंह जदयू के सारण जिला प्रवक्ता रहे हैं और कुछ वर्षों से टेंडर का काम करते हैं। उनके बाद वाले भाई दिनेश कुमार सिंह सारण के ही जलालपुर में स्किल डेवलपमेंट का ट्रेनिंग सेंटर चलाते हैं। बड़े भाई के टेंडर के काम में रुपेश मदद करते रहे हैं और तफ्तीश में यह सामने आ रहा है कि इन्हीं के किसी टेंडर को लेकर विवाद में किसी दूसरे पक्ष से इस परिवार की अदावत हो गई। रुपेश ही ज्यादातर मैनेजमेंट करते थे, इसलिए उन्हें ही रास्ते से हटा दिया गया।
एयरपोर्ट पर भी सामने आई टेंडर विवाद की बात
बुधवार सुबह से थानेदार राम शंकर सिंह शास्त्रीनगर नगर थाना की पुलिस टीम एयरपोर्ट पहुंची हुई है। एयरपोर्ट से भी सुराग मिल रहा है कि हत्या का यह पूरा मामला टेंडर से जुड़ा है। इसी प्वाइंट पर पटना पुलिस की जांच चल रही है। इस वक्त एयरपोर्ट के अंदर कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है।
मुंगेर के पिस्टल से 7.65 mm की गोलियां चली थीं
प्राथमिक जानकारी में सामने आया है कि अपराधियों ने रूपेश की हत्या 7.65 mm की गोली से की है। इसके लिए मुंगेर की बनी हुई पिस्टल का इस्तेमाल किया गया है।
पॉजिटिव- किसी विशिष्ट कार्य को पूरा करने में आपकी मेहनत आज कामयाब होगी। समय में सकारात्मक परिवर्तन आ रहा है। घर और समाज में भी आपके योगदान व काम की सराहना होगी। नेगेटिव- किसी नजदीकी संबंधी की वजह स...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.