बिहार के सत्तारूढ़ दल जनता दल यूनाईटेड (JDU) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा का हटना लगभग तय हो गया है। सूत्रों के अनुसार, जब से उपेंद्र कुशवाहा ने JDU जॉइन की है तब से उनकी कुर्सी पर ग्रहण लग गया है। उपेंद्र कुशवाहा को जल्द बड़ा पद मिलेगा। इसका संकेत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी दे चुके हैं। वो अगर राष्ट्रीय अध्यक्ष बने या प्रदेश अध्यक्ष, दोनों ही सूरत में उमेश कुशवाहा की कुर्सी जाएगी। क्योंकि उपेंद्र और उमेश दोनों एक ही समाज से आते हैं और नीतीश कुमार एक ही समाज को दोनों पद नहीं दे सकते हैं। ऐसे में आखिरी दौर में उमेश कुशवाहा अपना पद बचाने के लिए बिहार यात्रा पर निकलने वाले हैं।
उनके प्रदेश अध्यक्ष का कार्यकाल 31 जुलाई को तय हो जाएगा। माना जा रहा है कि 31 जुलाई को JDU की होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का फैसला हो जाएगा। ऐसी हालत में उस दिन तय हो जाएगा कि उमेश कुशवाहा की प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी की मियाद कितने दिन रहने वाली है या फिर खत्म होने वाली है।
उमेश कुशवाहा की कोशिश प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी बचाने की
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के अगले महीने प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होगी। जैसा पिछली बार हुआ था। दिसम्बर 2020 में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई थी और जनवरी 2021 में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक हुई थी। संभावना है कि प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक अगस्त में होगी, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष पर भी फैसला हो जाएगा। फिलहाल, उमेश कुशवाहा 24 जुलाई से चार दिनों के लिए बिहार के अलग-अलग जिलों के दौरे पर निकलेंगे।
24 जुलाई को पूर्णिया, 25 जुलाई को कटिहार, 26 को किशनगंज और 27 जुलाई को अररिया जाएंगे। जिलों में वह पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी करेंगे और संगठन की मजबूती पर चर्चा करेंगे। उमेश कुशवाहा 10 जनवरी को पार्टी का प्रदेश नेतृत्व संभालने के बाद कुछ खास नहीं कर पाए हैं। लगभग 2 से 3 महीने का समय कोरोना की दूसरी लहर के दौर में निकल गया और अब उनकी भूमिका में बदलाव की अटकलें लग रही हैं।
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