राजधानी में अपराधियों ने तांडव मचा दिया है। IGIMS के गेट नंबर 2 के पास दवा दुकानदार वीरेंद्र यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। अपराधियों ने वहां पर कुल 3 गोलियां चलाई। एक गोली सीधे दवा दुकानदार को लगी जो सीने को भेदती हुई निकल गई और वहीं पास में खड़े 9 साल के बच्चे को जा लगी। दवा दुकानदार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बच्चा गंभीर रूप से घायल है और IGIMS में ही उसका इलाज चल रहा है। यह वारदात बुधवार की रात 7:30 बजे के बाद की है। पड़ोसियों के अनुसार उस वक्त वीरेंद्र यादव नाश्ता करने के लिए अपनी दुकान से निकले थे। तभी बाइक से आये अपराधियों ने फायरिंग कर दी। वारदात को अंजाम देकर अपराधी बड़े आराम से फरार हो गए।
वीरेंद्र यादव का घर दुकान से कुछ दूरी पर ही स्थित है। परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है। गोली चलने और हत्या की वजह से पूरे इलाके में सनसनी मची हुई है। दवा दुकानदारों के बीच काफी गुस्सा भरा हुआ है। दूसरी तरफ, वारदात की जानकारी मिलने के बाद शास्त्री नगर थाना की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। अब पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस के अनुसार वारदात के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं है।
प्रति घंटे के हिसाब से मांगी गई रंगदारी बनी वजह
पुलिस हत्या के पीछे की वजह भले ही नहीं बता रही है। मगर, मौके पर मौजूद लोगों और आसपास के दवा दुकानदारों की मानें तो IGIMS के अंदर एक्टिव रंगदार और उनके दलालों का हाथ इस वारदात के पीछे है। दरअसल, रंगदारों ने गेट नंबर 2 के बाहर की दवा दुकानों का हर एक घंटे का स्लॉट बांध रखा है। IGIMS में डॉक्टरों की तरफ से मरीजों को लिखे जाने वाली दवा पुर्जे दलाल वहां लेकर जाते हैं। जिस वक्त जिस दुकान का टाइम होता है, उस दौरान वहां से दवा की खरीदारी होती है। इसके एवज में रंगदार मोटी रकम दवा दुकानदार से वसूल करते हैं। एक दुकानदार की मानें तो रंगदारी की रकम नहीं देने की वजह से ही वीरेंद्र यादव की हत्या कर दी गई। इससे पहले 26 फरवरी को अपराधियों ने गेट नम्बर 2 के बाहर फायरिंग की थी। भास्कर ने तब प्रमुखता से यह खबर बताई थी।
प्रति घंटे के हिसाब से चलती हैं IGIMS के पास की दवा दुकानें, वर्चस्व को लेकर गाेलीबारी
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